AMU से Atomic Physics पढ़ने वालीं डॉ. हाशिमा हसन NASA के टेलीस्कोप लांच में, बोलीं- यहीं से मिली बुनियाद
चार उपकरणों से लैस जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप, लैग्रेंज पाइंट 2 नामक स्थान पर स्थित होगा, जो पृथ्वी से 1.5 मीटर किमी या चंद्रमा से चार गुना से अधिक दूर है. इसका मिशन काल पांच से 15 वर्ष तक है.
Aligarh News: अमेरिका में नासा ने क्रिसमस दिवस पर जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप को लांच किया था, जिसके वैज्ञानिकों की टीम में एएमयू की पूर्व छात्रा डॉ. हाशिमा हसन भी शामिल हैं. उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में परमाणु भौतिकी (Atomic Physics) में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की थी. डॉ. हाशिमा ने कहा, ‘अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में उन्होंने जो समय बिताया, वही भविष्य की उनकी सफलताओं की बुनियाद है.’
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को क्रिसमस पर रोमांचक उपलब्धि प्राप्त हुई, जब नासा ने क्रिसमस दिवस पर जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप को लांच किया. इससे जुड़े वैज्ञानिकों की टीम में एएमयू की पूर्व छात्रा डॉ. हाशिमा हसन भी शामिल थीं. जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की उप कार्यक्रम वैज्ञानिक डॉ हाशिमा हसन, उस टीम का हिस्सा थी, जिसकी देखरेख में फ्रेंच गुयाना के यूरोपीय स्पेसपोर्ट कौरौ से दुनिया के सबसे बड़े और सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप को लांच किया गया था. चार उपकरणों से लैस जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप, लैग्रेंज पाइंट 2 नामक स्थान पर स्थित होगा, जो पृथ्वी से 1.5 मीटर किमी या चंद्रमा से चार गुना से अधिक दूर है. इसका मिशन काल पांच से 15 वर्ष तक है.
लखनऊ में जन्मी डॉ. हाशिमा हसन ने 1968 से 1973 के दौरान अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में परमाणु भौतिकी में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की. इसके बाद हाशिमा आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में परमाणु भौतिकी में उच्च अध्ययन के लिए एक प्रतिष्ठित छात्रवृत्ति प्राप्त की. उन्होंने टाटा इंस्टीट्यूट आफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई से पोस्टडाक्टोरल डिग्री प्राप्त कर संयुक्त राज्य अमेरिका जाने से पूर्व मुंबई में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में भी कार्य किया.
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