Dev Deepawali 2021: देव दीपावली के मौके पर गंगा घाट पर लगा मां अन्नपूर्णा का कटआउट, भक्तों हो रहे निहाल

काशी की धरती पर देव दीपवली के अवसर पर सभी देवताओं का आगमन होता है. इस बार माता अन्नपूर्णा के आगमन ने भी देव दीपावली को भव्य बना दिया है.

By Prabhat Khabar | November 19, 2021 12:31 PM

Dev Deepawali 2021: देव दीपावली पर काशी में देवताओं के स्वागत के लिए पूरा शहर दीपक की रौशनी से जगमगा उठेगा. देव दीपावली के पूर्व काशी ने 108 साल पुरानी अन्नपूर्णा की प्रतिमा का बाबा विश्वनाथ के प्रांगण में स्वागत हुआ. माता अन्नपूर्णा की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा करते हुए उन्हें मंदिर में स्थापित किया गया. कहा जाता है कि काशी की धरती पर देव दीपवली के अवसर पर सभी देवताओं का आगमन होता है. इस बार माता अन्नपूर्णा के आगमन ने भी देव दीपावली को भव्य बना दिया है.

देवताओं की देव दीपावली पर सभी 84 घाटों पर सजने वाले दीयों की रोशनी से काशी जगमगा उठते हैं. काशी के सभी मंदिर, तालाब, कुंड देव दीपावली पर रौशनी के साथ देवों का धरती पर स्वागत करते हैं. इस बार बाबा विश्वनाथ के प्रांगण में भोलेनाथ के साथ माता अन्नपूर्णेश्वरी भी देव दीपावली मनाएंगी. 108 साल बाद माता अन्नपूर्णा अपने स्थान पर वापस आई हैं. देव दीपावली में उनका स्वागत भी भव्य तरीके से किया जाएगा. मानसरोवर घाट पर मां अन्नपूर्णा का 32 फीट ऊंचा कटआउट लगाया गया है.

Dev deepawali 2021: देव दीपावली के मौके पर गंगा घाट पर लगा मां अन्नपूर्णा का कटआउट, भक्तों हो रहे निहाल 2

माता अन्नपूर्णा का कटआउट रंगबिरंगी दीपकों से रौशन होगा. काशी विश्वनाथ प्रांगण में स्थापित माता अन्नपूर्णा का दर्शन लोगों को देव दीपावली पर करने को मिलेगा. इसके साथ मानसरोवर घाट पर मां अन्नपूर्णा के कटआउट का दर्शन कर भक्त देव दीपावली पर्व पर निहाल होंगे. मां का भव्य कटआउट तैयार करने वाले कारीगर ने बताया कि करीब 24 घंटे के प्रयास से इसे तैयार किया गया है. इसमें मां की भव्यता को दर्शाने का प्रयास किया गया है. इसको लगाने का मुख्य उद्देश्य है लोग 108 साल पुरानी परंपरा-संस्कृति समझें. घाट पर मां गंगा के साथ अन्नपूर्णा का भी दर्शन कर सकें.

मानसरोवर घाट पर आए पर्यटकों का कहना है कि हमारे लिए बेहद सौभाग्य की बात है काशी में सैकड़ों साल पुरानी विरासत वापस आई है. देव दीपावली पर्व पर यहां मां का प्रतिरूप लगने से लोग आसानी से मां की भव्यता देख सकेंगे. माता अन्नपूर्णा के 108 साल पुराने इतिहास को भी जानने का अवसर हमें मिल रहा है. काशी में देव दीपावली को मनाए जाने वाले इतिहास को जानने के लिए भी भक्तों को यहां अवसर मिलेगा. पंचगंगा घाट से शुरू हुई देव दीपावली आज विश्व स्तर पर अपने आयोजन को लेकर सभी के आकर्षण का केंद्र बिंदु बनी है. इस बार भी भव्य आयोजन किया जाएगा.

(रिपोर्ट: विपिन सिंह, वाराणसी)

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