पश्‍चिम बंगाल : नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्‍कर्म मामले को लेकर सीपीएम ने सीएम ममता बनर्जी का पुतला फूंका

बताया जाता है कि बीरभूम में नाबालिग लड़की से दुष्कर्म का यह तीसरा मामला है. लगातार इलाके में तथा जिले में बढ़ रहे बलात्कार की घटना को लेकर शासक दल के खिलाफ तथा पुलिस के खिलाफ विरोधी राजनीतिक दलों द्वारा विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 17, 2022 12:53 PM

बीरभूम : पश्‍चिम बंगाल के बीरभूम जिले के शांति निकेतन थाना के आदित्यपुर में चरक मेला देखने गयी एक आदिवासी नाबालिग का अपहरण कर उसके साथ पांच लोगों द्वारा सामूहिक बलात्कार मामले में अबतक अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होने के खिलाफ रविवार को सीपीएम द्वारा शांति निकेतन बकुलतला मोड़ पर सड़क अवरोध कर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पुतला दहन किया गया. गत गुरुवार की रात हुई इस घटना के तीन दिन बीत जाने के बावजूद अबतक पुलिस अपराधियों को नही ढूंढ पायी है.

बताया जाता है कि बीरभूम में नाबालिग लड़की से दुष्कर्म का यह तीसरा मामला है. लगातार इलाके में तथा जिले में बढ़ रहे बलात्कार की घटना को लेकर शासक दल के खिलाफ तथा पुलिस के खिलाफ विरोधी राजनीतिक दलों द्वारा विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. शनिवार को कांग्रेस तथा भाजपा आदि ने भी नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार के खिलाफ बुलंद आवाज उठाई तथा थाना का घेराव किया और ज्ञापन भी सौंपा था. पीड़ित परिवार से मुलाकात भी की. लेकिन इस दिशा में अब तक पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जा सकी है.

अपराधियों का स्केच तैयार

पुलिस दुष्कर्म में शामिल अपराधियों का स्केच बनवाकर उसे प्रत्येक थाना को वितरण भी कर दिया गया है. जगह जगह और अपराधियों को चिन्हित करने का काम शुरू किया गया है लेकिन अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है. शनिवार को ही फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंच कर जांच पड़ताल भी की. नमूना संग्रह किया गया है ,लेकिन अभी तक कोई ठोस विकल्प नहीं निकल पाया है. आखिर वे 5 अपराधी कौन थे जो उक्त नाबालिग आदिवासी लड़की के साथ बलात्कार कर फरार हो गए.

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हर एंगल से मामले की तहकीकात

पुलिस हर एंगल से मामले को लेकर तहकीकात कर रही है. लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है. मामले को लेकर स्वयं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी निगरानी कर रही है. आईजी पश्चिमांचल तथा तथा एडीजी घटनास्थल पर पहुंचकर मुआयना भी किया था.लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकल पाया है. जिले में बलात्कार के बढ़ते घटना को देखते हुए भाजपा के नेताओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है.

राज्य की महिलाएं, बच्चियां तक सुरक्षित नहीं

जिला भाजपा पार्टी अध्यक्ष ध्रुव साहा ने कहा है कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से धराशाई हो गया है. यही कारण है कि राज्य में महिला मुख्यमंत्री के शासन में आज राज्य की महिलाएं, बच्चियां तक सुरक्षित नहीं है. ज्यादातर बलात्कार के मामले में शासक दल के लोग ही शामिल मिल रहे है. ऐसे में निष्पक्ष होकर पुलिस कार्यवाही नहीं कर पा रही है. और शासक दल के उच्च स्तर के नेता भी इस दिशा में छिपाने की कोशिश कर रहे हैं ,बचाने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि जिले के तृणमूल नेताओं का कहना है कि कानून कानून की तरह अपना काम करेगा. इसमें किसी को छुपाने और बचाने की कोई आवश्यकता नहीं है. जो दोषी है उसे गिरफ्तार किया जाएगा.

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