गाजोल किसान मंडी में मिल मालिकों व किसानों के बीच हाथापाई

मिल मालिकों ने सुरक्षा की कमी बता खरीदरी बंद की मालदा : किसान मंडी में सरकारी धान खरीद केंद्र में मिल मालिक के साथ किसानों की हाथापायी में धान की खरीदारी बंद हो गयी. बुधवार को घटना मालदा के गाजोल थाना इलाके में हुई है. पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने तक गाजोल किसान मंडी में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 13, 2020 2:57 AM

मिल मालिकों ने सुरक्षा की कमी बता खरीदरी बंद की

मालदा : किसान मंडी में सरकारी धान खरीद केंद्र में मिल मालिक के साथ किसानों की हाथापायी में धान की खरीदारी बंद हो गयी. बुधवार को घटना मालदा के गाजोल थाना इलाके में हुई है. पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने तक गाजोल किसान मंडी में मील मालिकों ने धान खरीदने से इंकार कर दिया. वहीं मील मालिकों द्वारा किसानों को ठगे जाने का आरोप सामने आया है. घटना को लेकर इलाके में तनाव व्याप्त है.
स्थानीय सूत्रों से पता चला है कि सरकारी सहायक मूल्य पर गाजोल में धान की खरीद शुरू हुई है. स्थानीय किसान मंडी में धान बिक्री करने सैकड़ों किसान पहुंचे है.
आरोप है कि मील मालिकों ने धान की गुणवत्ता खराब बताते हुए खरीदने से इंकार कर दिया. इसे लेकर मील मालिकों के साथ किसानों का विवाद शुरू हो गया. जो बढ़ते बढ़ते हाथापायी तक पहुंच गया.
किसान अख्तर हुसैन का आरोप है कि मील मालिक सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य पर धान खरीदने को तैयार नहीं है. इतना ही नहीं मील मालिकों के मजदूर धान को जांच रहे हैं व उसे खराब बताकर नहीं खरीद रहे हैं. इससे किसानों की समस्या बढ़ रही है. दूसरी ओर मील मालिक निर्मल अग्रवाल ने किसानों के आरोप को झूठा बताया. उसने बताया कि किसान मजदूरों से मारपीट कर रहे हैं. इसलिए किसान काम करना नहीं चाह रहे है. ऐसे में उचित सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने तक धान की खरीद बंद रहेगी.
कृषि अधिकारी मानवेंद्र साहा ने बताया कि खाद्यसाथी योजना के लिए धान खरीदा जा रहा है. दो पक्षों के बीच मतभेद से समस्या बनी है. चर्चा के माध्यम से समाधान कर लिया जायेगा. इधर जिला भाजपा उपाध्यक्ष अजय गांगुली ने कहा कि स्थानीय तृणमूल नेताओं के इशारे पर गरीब किसानों को ठगा जा रहा है. सरकारी सहायक मूल्य किसानों को नहीं मिल रहा है. ऐसा चलता रहा तो किसानों के हितों के लिए भाजपा आन्दोलन का रुख करेगी.

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