हाथी ने देवपाड़ा चाय बागान में पांच श्रमिक आवास तोड़े

नागराकाटा : झुंड से बिछुड़े हाथी के हमलों से अपर कलाबारी बस्ती, देवपाड़ा चाय बागान, रांगाती बस्ती जैसे इलाकों के ग्रामीण दहशत में हैं. इस बीच शनिवार की देर रात को किये गये हमले में हाथी ने पांच श्रमिक आवासों को दुरमुस की तरह तहस नहस कर दिया है. स्थानीय एवं वन विभाग के सूत्र […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 10, 2020 4:43 AM

नागराकाटा : झुंड से बिछुड़े हाथी के हमलों से अपर कलाबारी बस्ती, देवपाड़ा चाय बागान, रांगाती बस्ती जैसे इलाकों के ग्रामीण दहशत में हैं. इस बीच शनिवार की देर रात को किये गये हमले में हाथी ने पांच श्रमिक आवासों को दुरमुस की तरह तहस नहस कर दिया है. स्थानीय एवं वन विभाग के सूत्र के अनुसार बीते तीन रोज में हाथी ने एक दुकान समेत 13 घरों को क्षतिग्रस्त किया है.

एक सप्ताह का हिसाब देखा जाये तो 20 से अधिक घर तोड़े गये हैं. शनिवार की रात को हाथी को खदेड़ने के लिये देवपाड़ा चाय बागान पहुंचे वनकर्मियों को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. किसी ने वन विभाग के वाहन पर एक पत्थर भी चलाया.
हालांकि इस दौरान कोई जख्मी नहीं हुआ. वहीं, रेंजर शुभेंदु दास ने बताया कि उन्होंने स्थानीय लोगों के सहयोग का आह्वान किया है. उनकी ओर से बचाव कार्य में कोई कमी नहीं रखी जा रही है. प्रभावितों को नियमानुसार मुआवजा दिया जायेगा. वहीं, मानद वार्डेन सीमा चौधरी ने कहा कि हाथी के हमले चिंताजनक हैं. वनकर्मियों को जरूरी उपाय करने के लिये कहा गया है.
उल्लेखनीय है कि देवपाड़ा चाय बागान के रवि उरांव, विनोद उरंव, राजकुमार उड़िया, बालाकरम मुंडा और संजय लाकड़ा के घर क्षतिग्रस्त हुए हैं. इन परिवारों को रात बिताने के लिये कोई ठौर ठिकाना नहीं है. उल्लेखनीय है कि शुक्रवार की रातको भी हाथी ने देवपाड़ा के काईयाजोत इलाके में पांच घरों को क्षतिग्रस्त किया था.
अपर केलाबाड़ी के शिक्षक भक्ते बहादुर छेत्री ने बताया कि इलाके में पूरे साल हाथियों के हमले होते रहते हैं. हालांकि उन्होंने इसके पहले इतना विशालकाय हाथी पहले नहीं देखा था. इसी गांव की निवासी और आंगराभासा एक नंबर ग्राम पंचायत की प्रधान पार्वती छेत्री ने बताया कि तीन दिन पहले रांगाती बस्ती में एक युवक हाथी के हमले में जख्मी होकर फिलहाल अस्पताल में इलाजरत है.
प्रशासन अगर जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाता है तो आने वाले समय में भीषण संकट पैदा हो सकता है. उल्लेखनीय है कि अपर केलाबाड़ी में इन दिनों एक पूजा अनुष्ठान के चलते लोगों की आवाजाही बढ़ गयी है. ऐसे में ग्रामीणों की सुरक्षा अहम हो गयी है.

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