29 जुलाई को सिलीगुड़ी में व्यापार बंद रखने की अपील

बड़ी कंपनियों के बढ़ते दबदबे के खिलाफ कारोबारी एकजुट... शहर में निकलेगी प्रतिवाद रैली, किया जायेगा धरना-प्रदर्शन सिलीगुड़ी : कारोबार में बड़ी कंपनियों के बढ़ते एकाधिपत्य के खिलाफ गल्ला कारोबारियों के संगठन सिलीगुड़ी मर्चेंट्स एसोसिएशन (एसएमए) ने भी आंदोलन में उतरने का फैसला किया है. एसएमए ने 29 जुलाई यानी सोमवार को अपने सभी सदस्यों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 25, 2019 2:14 AM

बड़ी कंपनियों के बढ़ते दबदबे के खिलाफ कारोबारी एकजुट

शहर में निकलेगी प्रतिवाद रैली, किया जायेगा धरना-प्रदर्शन
सिलीगुड़ी : कारोबार में बड़ी कंपनियों के बढ़ते एकाधिपत्य के खिलाफ गल्ला कारोबारियों के संगठन सिलीगुड़ी मर्चेंट्स एसोसिएशन (एसएमए) ने भी आंदोलन में उतरने का फैसला किया है. एसएमए ने 29 जुलाई यानी सोमवार को अपने सभी सदस्यों से कारोबार बंद रखने और प्रतिवाद रैली में एकजुट होने के लिए अपील की है. एसएमएकी ओर से प्रेस-विज्ञप्ति जारी करके यह अपील अध्यक्ष गोपाल खोरिया ने की है.
उन्होंने कहा कि उस दिन सुबह 10.30 बजे खालपाड़ा नयाबाजार के बिहार मोड़ से यह प्रतिवाद रैली शुरू होगी जो शहर के मुख्य सड़कों का भ्रमण करते हुए भक्तिनगर के सेवक रोड स्थित एक बड़ी कंपनी के स्टोर के सामने पहुंचकर धरना-प्रदर्शन में तब्दील हो जायेगी. इसके बाद एसडीओ को ज्ञापन भी सौंपा जायेगा. इस रैली में उन्होंने कर्मचारियों, मुटिया मजदूरों, ट्रक चालकों व रिक्शा-वैन चालकों से भी शामिल होने की गुजारिश की है. उनका कहना है कि कुछ बड़ी राष्ट्रीय व बहुराष्ट्रीय कंपनियां सरकार की उदासीनता का लाभ उठाकर पीढ़ियों से किये जा रहे व्यापार पर अपना अधिपत्य जमाने की साजिश कर रही हैं. श्री खोरिया का कहना है कि ये कंपनियां ऑनलाइन ट्रेड, शॉपिंग मॉल, रिटेल स्टोर व हॉलसेल ट्रेड स्टोर के जरिये परंपरागत व्यापारों को बंद करने की पूर जोर कोशिश कर रही है.
उन्होंने कहा कि परंपरागत व्यापारों के जरिये प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से करोड़ों लोगों को रोजगार मिलता है, जिस पर उनके परिवार का जीवन निर्भर करता है. सिलीगुड़ी ऐसा वाणिज्यिक शहर है जहां का कारोबार मुख्यत: रिटेल व होलसेल व्यापार पर ही निर्भर है. सभी वर्गों को रोजगार प्रदान करने में यह सक्रिय भूमिका अदा करता है. लेकिन बड़ी कंपनियों की आक्रामक व्यापारिक नीतियों की वजह से परंपरागत कारोबार पर बहुत बुरा असर पड़ना शुरू हो गया है.
उन्होंने कहा कि रोजगार पर भी प्रभाव पड़ने लगा है. व्यापारी हो या कर्मचारी, मजदूर, ट्रक ड्राइवर, रिक्शा-वैन चालक या फिर आम आदमी सभी के लिए यह चिंता का विषय है.
विदित हो कि पैरेंट बॉडी ईस्टर्न एबीसी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की ओर से 29 जुलाई को होनेवाले इस आंदोलन को एसएमए के अलावा सिलीगुड़ी डिस्ट्रिब्यूटर एसोसिएशन, नॉर्थ बंगाल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन समेत शहर के कई प्रमुख कारोबारी संगठन भी समर्थन कर रहे हैं.