तृणमूल के खिलाफ जमीन आंदोलन को हथियार बना रही भाजपा

सिलीगुड़ी : किसानों की जमीन से जुड़े जिस आंदोलन के जरिये तृणमूल कांग्रेस राज्य की सत्ता में आयी, अब भाजपा भी वैसे ही आंदोलन को तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ हथियार बना रही है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की परियोजना ‘भोरेर आलोर’ के लिए तिस्ता किनारे की चिह्नित जमीन जमीन के लिए स्थानीय किसानों ने आंदोलन छेड़ […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 2, 2019 2:14 AM

सिलीगुड़ी : किसानों की जमीन से जुड़े जिस आंदोलन के जरिये तृणमूल कांग्रेस राज्य की सत्ता में आयी, अब भाजपा भी वैसे ही आंदोलन को तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ हथियार बना रही है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की परियोजना ‘भोरेर आलोर’ के लिए तिस्ता किनारे की चिह्नित जमीन जमीन के लिए स्थानीय किसानों ने आंदोलन छेड़ दिया है.

शनिवार को जलपाईगुड़ी जिला के मंतादारी ग्राम पंचायत के मिलनपल्ली इलाके में किसानों ने प्रदर्शन किया. जलपाईगुड़ी जिला भाजपा किसान मोर्चा के नवेंदु सरकार ने किसानों के साथ बैठक कर उनकी जमीन वापस दिलाने का भरोसा जताया है.

गाजलडोबा में मुख्यमंत्री के निर्देशन में राज्य के सबसे बड़े टूरिज्म हब भोरेर आलो परियोजना का निर्माण कराया जा रहा है. परियोजना के सटे तिस्ता किनारे हैलीपैड व अन्य निर्माण कार्य के लिए जमीन चिह्नित की गयी है. लेकिन परियोजना में तिस्ता किनारे की कितनी जमीन सरकार अधिग्रहण करेगी, यह साफ नहीं हुआ है. तिस्ता किनारे की करीब 600 एकड़ जमीन पर स्थानीय कई किसान खेती करते हैं. वर्षा का मौसम छोड़कर इस जमीन पर तीन फसलों की उगाही होती है. आरोप है कि सरकारी परियोजना के नाम पर कुछ भू-माफिया वहां की जमीन पूंजीपतियों के हवाले कर मोटी रकम उगाही कर रहे हैं.

भाजपा किसान मोर्चा के नवेंदु सरकार ने कहा कि तिस्ता किनारे मिलनपल्ली इलाके की 600 एकड़ जमीन पर किसानों का हक है. इनके पास कृषि जमीन का पट्टा भी है. फिर बिना किसी नोटिस के सरकार इनकी जमीन पर निर्माण कार्य कैसे करा रही है. इसके खिलाफ जोरदार आंदोलन किया जायेगा.

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