मैं नेता नहीं, जनता का सेवक हूं

दार्जिलिंग चौरस्ता पर सभा को किया संबोधित श्रमिकों को न्यूनतम वेतन देने का दिया भरोसा शांता छेत्री ने विनय के वचन को ममता का वचन बताया दार्जिलिंग : चुनाव प्रचार के अंतिम दिन तृणमूल कांग्रेस व गोजमुमो समर्थित निर्दल उम्मीदवार विनय तमांग ने जमकर पसीना बहाया. गुरुवार को शहर के स्थानीय मोटर स्टैंड में एक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 17, 2019 12:42 AM

दार्जिलिंग चौरस्ता पर सभा को किया संबोधित

श्रमिकों को न्यूनतम वेतन देने का दिया भरोसा

शांता छेत्री ने विनय के वचन को ममता का वचन बताया

दार्जिलिंग : चुनाव प्रचार के अंतिम दिन तृणमूल कांग्रेस व गोजमुमो समर्थित निर्दल उम्मीदवार विनय तमांग ने जमकर पसीना बहाया. गुरुवार को शहर के स्थानीय मोटर स्टैंड में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए विनय तमांग ने कहा कि मैं नेता नहीं, जनता का सेवक हूं. जनसभा में मोर्चा विनय गुट के केन्द्रीय महासचिव अनित थापा, उपाध्यक्ष सतिश पोखरैल, महकमा समिति अध्यक्ष आलोक कांत मणि थुलुंग, एलएम लामा, केश्वराज पोखरेल, तृणमूल कांग्रेस की ओर से दार्जिलिंग जिला हिल तृणमूल अध्यक्ष एलवी राई, तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद शांता छेत्री, एनवी खवास मौजूद थे. उपस्थित नेताओं ने दीप जलाकर सभा का शुभारंभ किया.

जनसभा को सम्बोधित करते हुये गोजमुमो विनय गुट और तृणमूल कांग्रेस समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार विनय तमांग ने चाय बागान, सिन्कोना बागान, फॉरेस्ट विलेज, डीआई फंड, शहरी क्षेत्र की सरकारी जमीनों पर निवास कर रहे लोगों को 2020 के दिसम्बर माह के भीतर जमीनों के दस्तावेज एंव पट्टा दिलाने का वादा किया. उन्होंने कहा कि मैं अन्य नेताओं की तरह नहीं हूं. मुझे झूठ पसंद नहीं है. इसलिए मैं जो बात बोलता हूं वो करके दिखाता हूं.

दार्जिलिंग विधानसभा उपचुनाव में अगर मेरी जीत हुई तो चाय श्रमिकों का न्यूनतम वेतन भी 2020 के अंदर लागू कर दिया जायेगा. पिछले साल 2017 में आंदोलन के नाम पर जो 105 दिनों तक पहाड़ बंद हुआ. उस दौरान चाय श्रमिकों को दैनिक मजदूरी नहीं मिली थी. मैं ढाई माह के भीतर क्षतिपूर्ति के रूप में भुगतान करूंगा. इस बारे में मैंने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी जानकारी दी है. जीटीए की ओर से भी राज्य सरकार को पत्र लिखा जा चुका है. जिसके कारण पिछले 8 मार्च 2019 को राज्य सरकार ने जीटीए को एक पत्र जारी करके इसकी पुष्टि भी की है.

उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग विधानसभा उपचुनाव के लिए मैंने 31 विभिन्न समस्याओं की सूची जारी की थी, जिसको आगामी 2020 के दिसम्बर माह के अंदर तक पूरा करूंगा. विपक्षी कहते हैं कि मैं कुर्सी का लोभी हूं. परंतु यह झूठ है. जीटीए के चेयरमैन की कुर्सी पर मैं 17 माह तक रहा. उस वक्त मैंने जीटीए से होने वाले सभी समस्याओं के समाधान करने का प्रयास किया. लेकिन दार्जिलिंग पहाड़ में और कई ऐसी समस्याएं हैं, जिसके समाधान के लिए मैंने जीटीए चेयरमैन का पद छोड़ दिया.

गोजमुमो विनय गुट के केन्द्रीय महासचिव अनित थापा ने कहा कि विनय तमांग कुर्सी के लालची नहीं है. जनता के हित के लिए उन्होंने जीटीए चेयरमैन का पद छोड़ दिया. इसलिए दार्जिलिंग विधानसभा के उपचुनाव में विनय तमांग को समर्थन देने की अपील की.

तृणमूल राज्यसभा सांसद शांता छेत्री ने कहा कि विनय तमांग का वचन राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का वचन है. दार्जिलिंग विधानसभा के उपचुनाव के लिए विनय तमांग ने अपने घोषणा पत्र में 31 सूत्री विषयों को शामिल किया है. चुनाव में उनकी जीत होने से सभी समस्याओं का निदान हो सकेगा. जनसभा को एलवी राई, एनबी खवास, आलोक कान्त मणि थुलुंग आदि ने भी सम्बोधित किया.

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