होली में गोरुमारा व लाटागुड़ी जंगल में पर्यटकों का प्रवेश निषेध

मयनागुड़ी : होली के दो दिनों तक गोरुमारा व लाटागुड़ी जंगल में पर्यटकों का प्रवेश बंद रहेगा. साथ ही मौके का फादया उठाते हुए पशु तस्कर पशुओं को नुकसान ना पहुंचा सकें, इसके लिए जंगल में 24 घंटे निगरानी बढ़ा दी गयी है. वन विभाग सूत्रों से पता चला है कि वन विभाग व पर्यावरण […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 18, 2019 2:41 AM
मयनागुड़ी : होली के दो दिनों तक गोरुमारा व लाटागुड़ी जंगल में पर्यटकों का प्रवेश बंद रहेगा. साथ ही मौके का फादया उठाते हुए पशु तस्कर पशुओं को नुकसान ना पहुंचा सकें, इसके लिए जंगल में 24 घंटे निगरानी बढ़ा दी गयी है.
वन विभाग सूत्रों से पता चला है कि वन विभाग व पर्यावरण प्रेमी संगठनों की ओर से इस संबंध में जागरुकता प्रचार किया जायेगा.
आगामी 21 व 22 मार्च को होली है. प्रचलित है कि इस दौरान आदिवासी विभिन्न सम्प्रदाय के लोग जंगल में घुसकर पशुओं का शिकार करते है. उसी पशु का मांस होली के दौरान खाते है.
वनाधिकारियों को अंदेशा है कि इस मौके का फायदा उठाते हुए पशु तस्कर सक्रिय हो सकते है. हाल ही में उत्तर बंगाल के विभिन्न वनांचलों में खासकर गोरुमारा में गेंडे की हत्या कर उसका सिंग काटकर ले जाने की घटनाएं हुई है. इसलिए वनाधिकारी जंगल की सुरक्षा में थोड़ी सी भी चूक नहीं रखना चाहते है.
निगरानी बढ़ाने के साथ ही इन दो दिनों में जंगल में पर्यटकों के प्रवेश पर भी पाबंदी रहेगी. गोरुमारा साउथ रेंज के रेंजर अयन चक्रवर्ती ने बताया कि जंगल में 24 घंटे निगरानी की जायेगी. प्रशिक्षित हाथियों को काम पर लगाया जायेगा. साइकिल व पैदल निगरानी भी बढ़ा दी गयी है.
लाटागुड़ी के एक पर्यावरण प्रेमी अनिर्वान मजूमदार ने बताया कि जंगल में शिकार करने में कई बार पशुओं के हमले में इंसान भी मारे जाते है. इसे लेकर वन बस्तिवासियों को शिकार नहीं करने की अपील की जायेगी. लिफलेट बांटने व पोस्टरिंग के साथ जागरुकता प्रचार किया जायेगा.

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