अलीपुरद्वार जिले के डीएम पद से हटाये गये, पुलिस ने शुरू की निखिल निर्मल के खिलाफ जांच

अलीपुरद्वार : अलीपुरद्वार जिले के फालाकाटा थाने में घुसकर गिरफ्तार युवक विनोद सरकार से मारपीट करने के आरोपी जिला अधिकारी (डीएम) निखिल निर्मल का तबादला कर दिया गया है. साथ ही विनोद के पिता राजमोहन सरकार की ओर से फालाकाटा थाने में की गयी एफआइआर के आधार पर अदालत से अनुमति लेकर पुलिस ने डीएम […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 11, 2019 1:57 AM
अलीपुरद्वार : अलीपुरद्वार जिले के फालाकाटा थाने में घुसकर गिरफ्तार युवक विनोद सरकार से मारपीट करने के आरोपी जिला अधिकारी (डीएम) निखिल निर्मल का तबादला कर दिया गया है. साथ ही विनोद के पिता राजमोहन सरकार की ओर से फालाकाटा थाने में की गयी एफआइआर के आधार पर अदालत से अनुमति लेकर पुलिस ने डीएम के खिलाफ जांच शुरू कर दी है.
जांच शुरू होने की जानकारी सरकारी वकील वकील एच टिटुंग ने दी है. निखिल को अलीपुरद्वार के डीएम पद से हटाकर आदिवासी विकास पर्षद के प्रबंध निदेशक का पद सौंपा गया है. उनकी जगह शुभांजन दास ने ली है, जो अभी तक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में अतिरिक्त सचिव थे.
उल्लेखनीय है कि निखिल निर्मल व उनकी पत्नी के संबंध में सोशल मीडिया में अशालीन टिप्पणी करने के आरोप में विनोद को गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद गत छह जनवरी को फालाकाटा थाने में जाकर थाना प्रभारी सौम्यजीत राय के सामने ही डीएम निखिल निर्मल व उनकी पत्नी ने उसकी पिटाई की.
घटना का वीडियो वायरल होने पर राज्य सरकार ने तत्काल डीएम को छुट्टी पर भेज दिया. इधर, थाने में घुसकर पिटाई की घटना की आइएएस अधिकारियों के अखिल भारतीय संगठन ने निंदा की है. संगठन की ओर से ट्वीट किया गया है कि प्रशासक के तौर पर कानून अपने हाथ में लेकर निखिल ने गलत किया है, जो समर्थन योग्य नहीं है.
गुरुवार को फालकाटा में विनोद के घर मानवाधिकार संगठन एपीडीआर का एक प्रतिनिधिमंडल भी पहुंचा. संगठन की केंद्रीय सचिव मंडली के सदस्य सुमन गोस्वामी ने बताया कि पुलिस मामले को कमजोर करने की कोशिश कर रही है.
विनोद के परिवार को हर तरह से कानूनी सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया है. पुलिस सूत्रों से यह भी पता चला है कि डीएम की पत्नी नंदिनी कृष्णन ने गत छह जनवरी को फालाकाटा थाने में एक मामला दर्ज कराया है, जिसमें कहा गया है कि उन पर गत तीन जनवरी को डुआर्स उत्सव के मैदान में हमला किया गया.
हालांकि इस शिकायत पर पुलिस की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. इस बारे में सवाल उठ रहा है कि डुआर्स उत्सव मैदान से अधिकतम 100 मीटर की दूरी पर अलीपुरद्वारा थाना है. फिर वहां घटी घटना की शिकायत तीन दिन बाद 45 किलोमीटर दूर फालाकाटा थाने में क्यों दर्ज करायी गयी.

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