बंगाल : ….जब : विमल गुरुंग ने लगाया आरोप, मां-बहनों से दुष्कर्म की धमकी दे रही है पुलिस

एक पुलिस अधिकारी के कथित वीडियो का दिया हवाला मोदी और राजनाथ से सीबीआइ जांच की करेंगे मांग सिलीगुड़ी. गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के भूमिगत नेता विमल गुरुंग ने पश्चिम बंगाल पुलिस पर दमन व उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए प्रेस बयान जारी किया है. रविवार को जारी बयान में उन्होंने कहा है कि पहाड़, तराई […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 12, 2018 5:00 AM
एक पुलिस अधिकारी के कथित वीडियो का दिया हवाला
मोदी और राजनाथ से सीबीआइ जांच की करेंगे मांग
सिलीगुड़ी. गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के भूमिगत नेता विमल गुरुंग ने पश्चिम बंगाल पुलिस पर दमन व उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए प्रेस बयान जारी किया है. रविवार को जारी बयान में उन्होंने कहा है कि पहाड़, तराई व डुआर्स क्षेत्र में लोकतंत्र की हत्या हो रही है. इतने सारे गोरखा नौजवानों की हत्या के बाद भी बंगाल पुलिस का दमन उत्पीड़न जारी है.
उन्होंने पुलिस पर पहली बार दुष्कर्म की धमकी देकर जनता की आवाज को दबाने का आरोप लगाया है. इस संबंध में उन्होंने कथित रूप से एक पुलिस अधिकारी के वीडियो का हवाला देकर कहा है कि यह एक उदाहरण है कि बंगाल पुलिस किस हद तक गिर सकती है. ऐसे राज्य में जहां की मुख्यमंत्री एक महिला हैं, हमारी मां-बहनों को दुष्कर्म की धमकी दी जा रही है. इससे बड़ी विडम्बना क्या हो सकती है.
विमल गुरुंग ने आरोप लगाया कि 1986 में गोरखालैंड राज्य के आंदोलन के दौरान बंगाल पुलिस ने पहाड़ की बहन-बेटियों की मान- मर्यादा से खिलवाड़ किया था. उन्होंने सदर थाने के पुलिस अधिकारी सौम्यजित राय के कथित ऑडियो बयान को प्रमाण बताया है कि किस तरह बंगाल पुलिस लोकतंत्र की आवाज को दबाने का काम करती है.
प्रेस बयान के अनुसार, आइसी ने ऑडियो में यह स्वीकार किया है कि आइसी ने बहुत सारे घर जलाये हैं. विमल गुरुंग ने कहा कि वे केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास पत्र देकर सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में एनआइए और सीबीआइ द्वारा पहाड़ में आगजनी और हिंसा की घटनाओं की जांच की मांग करेंगे. देश के आप्तवाक्य सत्यमेव जयते के प्रति अपनी आस्था जाहिर करते हुए विमल गुरुंग ने कहा कि बंगाल सरकार का असली चेहरा बेनकाब हो गया है. सत्य की जीत होनी निश्चित है.

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