देवी काली की प्रतिमा खंडित करने के मामले में युवक अरेस्ट, इलाके में तनाव
घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया.
कोलकाता. दक्षिण 24 परगना के काकद्वीप में हारवुड प्वाइंट कोस्टल थाना क्षेत्र की सूर्यनगर ग्राम पंचायत के उत्तर चंद्रनगर गांव में देवी काली की मूर्ति खंडित किये जाने की घटना को लेकर बुधवार इलाके में तनाव फैल गया था. घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया. आरोपी का नाम नारायण हाल्दार (28) है. यह जानकारी पुलिस ने गुरुवार को दी. पुलिस के अनुसार, पूछताछ में आरोपी ने अपराध स्वीकार किया है और बताया कि घटना के वक्त वह नशे की हालत में था. पुलिस की ओर से कहा गया कि काकद्वीप में देवी काली की प्रतिमा को खंडित करने की घटना अलग और स्थानीय है, जिसका किसी राजनीतिक मकसद से कोई लेना-देना नहीं है. पुलिस ने बताया कि इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच संयम बरतने की अपील की. पुलिस अधीक्षक कोटेश्वर राव ने काकद्वीप में मीडिया को बताया : घटना मंगलवार शाम को सूर्यनगर ग्राम पंचायत के एक मंदिर में हुई. खुफिया जानकारी के आधार पर एक टीम भेजी गयी और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ के दौरान उसने अपना अपराध कबूल कर लिया और अपने कृत्य के लिए माफी मांगी. घटना के समय वह शराब के नशे में लग रहा था. घटना के तुरंत बाद कुछ बाहरी लोगों के क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद स्थिति बिगड़ गयी थी. लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क जाम कर दिया और पड़ोसी गांवों के लोग विरोध में एकत्र हो गये थे.
अधिकारी ने बताया : लोगों की संख्या बढ़ती गयी और जल्द ही राजमार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया. सार्वजनिक वाहन और एम्बुलेंस यातायात में फंस गये. जब हमारे अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से बात करने की कोशिश की, तो वे भड़क गये और पथराव शुरू कर दिया. पुलिस ने यह भी बताया कि अराजकता के बीच पहली प्राथमिकता खंडित प्रतिमा की रक्षा करना और सड़क पर फंसे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था. पथराव के दौरान प्रतिमा को और नुकसान से बचाने के लिए, हमने उसे एक पुलिस वैन में सुरक्षित रख दिया और राजमार्ग को खाली करा दिया.
हमने रात भर गश्त की और सामान्य स्थिति बहाल की. दो अलग-अलग मामले दर्ज किये गये. एक तोड़फोड़ का और दूसरा राजमार्ग अवरुद्ध करने का. जांच में अब तक कोई राजनीतिक कोण सामने नहीं आया है.
उन्होंने विपक्षी दलों और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के दावों का खंडन किया, जिन्होंने आरोप लगाया था कि यह घटना तृणमूल कांग्रेस सरकार के तहत बिगड़ती कानून व्यवस्था को दर्शाती है. पुलिस अधिकारी ने कहा : प्रथम दृष्टया, यह एक स्थानीय मामला प्रतीत होता है. हम सभी से आग्रह करते हैं कि वे गलत सूचना न फैलायें और न ही किसी दुष्प्रचार में फंसें. देवी काली की पवित्रता हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और हम इसे बनाये रखने के लिए हर आवश्यक कदम उठायेंगे. इस घटना से बंगाल में राजनीतिक विवाद छिड़ गया है और विपक्षी नेताओं ने राज्य सरकार पर हिंदू भावनाओं की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया है. हालांकि, सत्तारूढ़ तृणमूल ने कहा कि पुलिस ने सांप्रदायिक तनाव को रोकने और अपराधी को पकड़ने के लिए त्वरित कार्रवाई की.
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