भाजपा अगर सत्ता में आयी, तो उत्तर बंगाल के विकास को देगी प्राथमिकता : शुभेंदु अधिकारी
नेता प्रतिपक्ष ने कूचबिहार के चेंगड़ाबाधा में परिवर्तन संकल्प यात्रा का किया नेतृत्व
कोलकाता. विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को उत्तर बंगाल के कूचबिहार में भारत-बांग्लादेश सीमा पर परिवर्तन संकल्प यात्रा का नेतृत्व किया. श्री अधिकारी ने शनिवार को कूचबिहार के चेंगड़ाबाधा में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य की मौजूदा तृणमूल कांग्रेस सरकार उत्तर बंगाल की उपेक्षा करती आयी है. यहां विकास कार्यों के लिए तृणमूल सरकार कोई काम नहीं कर रही. श्री अधिकारी ने कहा कि बंगाल में भाजपा की सत्ता आने के बाद उत्तर बंगाल के विकास को प्राथमिकता दी जायेगी, ताकि यहां के लोग उत्तर बंगाल को अलग राज्य बनाने की मांग न करें.
तृणमूल सरकार पर लगाया उत्तर बंगाल की उपेक्षा का आरोप
उन्होंने कहा कि यहां के लोग उत्तर बंगाल को अगल राज्य बनाने की मांग इसलिए करते हैं, क्योंकि यहां विकास कार्य नहीं हुए हैं. राज्य सरकार के करीब 3.65 लाख करोड़ रुपये के बजट में मात्र 800 करोड़ रुपये उत्तर बंगाल विकास विभाग के लिए आवंटित किये गये हैं. यह दर्शाता है कि मौजूदा तृणमूल कांग्रेस सरकार यहां के लोगों के बारे में क्या सोच रही है.
एसआइआर और सख्ती से लागू करने की जरूरत
नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि अभी भी गैर-भारतीय नागरिकों को मतदाता सूची में शामिल करने का प्रयास हो रहा है. शनिवार को बागडोगरा एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्य में चुनाव आयोग की भूमिका और तेज व सख्त होनी चाहिए थी. राज्य प्रशासन प्रत्यक्ष रूप से गलत कामों से जुड़ा हुआ है. इसकी वजह से यहां अभी भी गैर-नागरिक वोटर्स को वोटर लिस्ट में शामिल करने का प्रयास हो रहा है. श्री अधिकारी ने दावा करते हुए कहा कि मुख्य सचिव मनोज पंथ स्वयं डीईओ, ईआरओ और एईआरओ को कथित तौर पर निर्देश दे रहे हैं कि मरे हुए, डुप्लीकेट, नकली और गैर-नागरिक वोटर्स को वोटर लिस्ट में शामिल किया जाये. उन्होंने कहा कि राज्य में छह हजार बूथ मुस्लिम बहुल इलाकों में हैं और आठ हजार बूथ मिश्रित इलाकों में हैं. वहां पर मुस्लिम वोटराें की संख्या अधिक है. इसमें भाजपा के ज्यादा मतदाता नहीं हैं और बाकी बचे हुए बूथों पर हमारे कार्यकर्ता हैं. इस वजह से वहां भाजपा कार्यकर्ताओं को डराया जा रहा है. हम लोगों का यही प्रयास है कि फर्जी लोगों के नाम मतदाता सूची में नहीं हो. श्री अधिकारी ने कहा कि मरे हुए, डुप्लीकेट दस्तावेज के लोग, नकली और गैर-नागरिक वोटर्स जो भी हैं, उन्हें बंगाल से बाहर जाना चाहिए और जो हिंदू भाई बाहर से आये हैं, वे सीएए के तहत आवेदन करके भारत की नागरिकता ले सकते हैं. जब वे नागरिक बन जायेंगे, तो उनका नाम मतदाता सूची में आ जायेगा. उन्होंने कहा कि मतदाता सूची आने के बाद उन लोगों का नाम नहीं आने वाला है, जो यहां आकर किसी के कहने पर बस गये हैं. हमारी मांग है कि साफ-सुथरी मतदाता सूची आने के बाद ही चुनाव हो, जिससे फर्जी मतदान न हो पाये. शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बांग्लादेशी नागरिकों के मतदान से ही अपनी सरकार बनाती हैं. अब जब उनके नाम नियम के तहत हटाये जा रहे है, तो उन्हें डर है कि बंगाल में उनकी वापसी नहीं हो पायेगी.
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