पति की मौत के बाद से ही पत्नी कर रही घर वालों को परेशान, परिजन कोर्ट की शरण में
18 सालों से चल रहे तलाक के मामले के बीच पति की मौत के बाद उनकी आत्मा की शांति के लिए पत्नी द्वारा ससुराल में किये जा रहे टोटके जैसी हरकतों से दहशत में आकर परिवारवालों ने हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
संवाददाता, कोलकाता
18 सालों से चल रहे तलाक के मामले के बीच पति की मौत के बाद उनकी आत्मा की शांति के लिए पत्नी द्वारा ससुराल में किये जा रहे टोटके जैसी हरकतों से दहशत में आकर परिवारवालों ने हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. घटना सॉल्टलेक के करुणामयी इलाके की है. इस घटना से पूरा परिवार डरा हुआ है. 2007 से महिला का उसके पति के बीच तलाक का केस चल रहा था.
पति की मौत के बाद से महिला अपने इकलौते बेटे के साथ नॉर्थ कोलकाता के सुकिया स्ट्रीट में रहने लगी थी. जबकि पति अपनी मां और छोटे भाई के परिवार के साथ करुणामय के घर में रह रहे थे. जानकारी के मुताबिक, अक्तूबर में पति की मौत के बाद पत्नी को खबर दी गयी. इसके बाद पत्नी ने पति की आत्मा की शांति के लिए कई तरह की हरकतें करने लगी है. इससे उसकी सास और देवर समेत परिजन डर गये हैं. आरोप है कि पत्नी कभी बकरे का कटा हुआ सिर लेकर घर आती है, तो कभी दीवारों पर सिंदूर लगाती है, तो कभी अचानक गैस सिलिंडर खोल कर एक साथ जलकर मरने से पति के आत्मा को शांति मिलने की बात कहती है. मामला हाइकोर्ट पहुंचा. ससुरालवालों के पक्ष के वकील अतरूप बनर्जी ने कहा कि एक बार महिला ने घर में गैस सिलिंडर का नॉब खोल दिया था और सबके जल कर मरने से पति की आत्मा को शांति मिलने की बात कह रही थी, जब देवर ने उसे रोका, तो महिला ने उनके साथ भी मारपीट की. हाइकोर्ट की सिंगल बेंच ने पुलिस को महिला की मेंटल हेल्थ जांच के लिए डॉक्टर को दिखाने और मेडिकल रिपोर्ट देने का आदेश दिया था. लेकिन उस मामले को चुनौती देते हुए मृतक की पत्नी और उसके बेटे ने डिविजन बेंच में मामला किया. महिला का आरोप है कि देवर ने बुजुर्ग मां को गुमराह करके फ्लैट समेत सारी प्रॉपर्टी पहले ही रजिस्टर कर ली है. बड़े भाई के परिवार को हिस्सा बांटने से रोकने के लिए उसे मानसिक रूप से बीमार साबित करने की कोशिश की जा रही है. मामला डिविजन बेंच में पहुंचने के बाद एक्टिंग चीफ जस्टिस सुजॉय पाल की डिविजन बेंच ने शुरुआती सुनवाई के बाद मेंटल हेल्थ जांच के बारे में पुलिस से रिपोर्ट मांगी. हाइकोर्ट ने पुलिस को मेंटल हेल्थ एग्जामिनेशन से जुड़े डॉक्यूमेंट्स व सिंगल बेंच को दी गयी रिपोर्ट देखने को कहा है. साथ ही अगले मंगलवार को डिवीजन बेंच में सारी रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है.
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