एसआइआर : बीएलओ के लिए दैनिक डिजिटाइजेशन का लक्ष्य तय

राज्य में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) के तहत मतदाता सूची के सुधार कार्य को इस माह के अंत तक पूरा करने के लिए चुनाव आयोग ने बूथ स्तर अधिकारियों (बीएलओ) के लिए प्रतिदिन के डिजिटाइजेशन का नया लक्ष्य निर्धारित किया है.

By BIJAY KUMAR | November 20, 2025 11:19 PM

कोलकाता.

राज्य में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) के तहत मतदाता सूची के सुधार कार्य को इस माह के अंत तक पूरा करने के लिए चुनाव आयोग ने बूथ स्तर अधिकारियों (बीएलओ) के लिए प्रतिदिन के डिजिटाइजेशन का नया लक्ष्य निर्धारित किया है. निर्देशों के अनुसार, प्रत्येक बीएलओ को प्रतिदिन 150 भरे हुए एन्यूमरेशन फॉर्म आयोग के विशेष ऐप पर अपलोड करने होंगे. आयोग का उद्देश्य है कि राज्य में फॉर्मों का डिजिटाइजेशन नवंबर के अंत तक पूरा कर लिया जाए. पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीइओ) कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि दैनिक लक्ष्य तय करते समय समय-सीमा और कार्यभार को ध्यान में रखा गया है. राज्य में एसआइआर के लिए कुल 80,681 बीएलओ नियुक्त किये गये हैं. सीइओ कार्यालय से बुधवार शाम 6 बजे तक के मिले आंकड़ों के अनुसार, राज्य में अब तक लगभग 1.48 करोड़ एन्यूमरेशन फॉर्मों का डिजिटाइजेशन पूरा हो चुका है, जो वितरित किए गए कुल सात करोड़ 64 लाख 11 हजार 983 फॉर्मों का लगभग 19 प्रतिशत है. आंकड़ों के अनुसार, पश्चिम बंगाल में 19 प्रतिशत डिजिटाइजेशन की गति अन्य राज्यों की तुलना में कम है. गोवा में यह दर 48.50 प्रतिशत, राजस्थान में 40.90 प्रतिशत, मध्य प्रदेश में 22.23 प्रतिशत और गुजरात में 20.88 प्रतिशत दर्ज की गयी है.

नियमों के तहत जिन मतदाताओं या उनके अभिभावकों के नाम वर्ष 2002 की मतदाता सूची में दर्ज हैं, वे स्वतः मान्य माने जायेंगे. जिनके नाम सूची में शामिल नहीं थे, उन्हें अपनी पहचान की पुष्टि के लिए आयोग द्वारा निर्धारित 11 दस्तावेजों में से कोई एक प्रस्तुत करना होगा. आधार कार्ड को 12वें दस्तावेज के रूप में जोड़ा गया है, लेकिन आधार देने वालों को इसके साथ सूची में निर्दिष्ट अन्य 11 दस्तावेजों में से एक और जमा करना अनिवार्य होगा.

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