राज्य के केवल सात बूथों पर एक भी मृत मतदाता नहीं
पिछले दिनों आयोग की ओर से दी गयी जानकारी में बताया गया था कि राज्य में 2208 मतदान केंद्र ऐसे हैं, जहां एक भी मृत, फर्जी और स्थान बदलने वाले मतदाता नहीं मिले हैं. इस पर गंभीर सवाल खड़े हुए थे. जिला अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गयी थी.
कोलकाता.
पिछले दिनों आयोग की ओर से दी गयी जानकारी में बताया गया था कि राज्य में 2208 मतदान केंद्र ऐसे हैं, जहां एक भी मृत, फर्जी और स्थान बदलने वाले मतदाता नहीं मिले हैं. इस पर गंभीर सवाल खड़े हुए थे. जिला अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गयी थी. इसके 24 घंटे बाद ही आकंड़े बदल गये. बताया गया कि राज्य में 480 बूथों पर ही मृत, फर्जी और स्थान बदलने वाले मतदाता मिले हैं. अब नया आंकड़ा सामने आया है. बताया जा रहा है कि राज्य में ऐसे बूथों की संख्या महज सात है, जहां पिछले एक साल में किसी वोटर की मौत नहीं हुई है और वे अपना स्थान नहीं बदले हैं. चुनाव आयोग ने यह जानकारी दी है. जानकारी के अनुसार, जलपाईगुड़ी में ऐसे बूथों की संख्या एक, मालदा में दो, दक्षिण 24 परगना में एक, हावड़ा में एक, पश्चिम मेदिनीपुर और पुरुलिया में 1-1 बूथ है.बीएलओ को सीईओ कार्यालय ने भेजा संदेश : मुख्य चुनाव अधिकारी (सीइओ) कार्यालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में राज्य के उन सभी बूथ लेवल ऑफिसर्स (बीएलओ) को संदेश भेजा गया है, जो एसआइआर को सफल बनाने में पूरी कोशिश कर रहे हैं. यह संदेश उन सभी बीएलओ के लिए है, जो इस काम को पूरी निष्ठा के साथ पूरा कर रहे हैं. संदेश में बीएलओ को यह भी कहा गया है कि किसी भी वैद्य मतदाता का नाम नहीं छूटे और फर्जी मतदाता का नाम सूची में नहीं रहे.फॉर्म रिटर्न के मामले में कोलकाता सबसे आगे
राज्य में सबसे अधिक फॉर्म रिटर्न के मामले में कोलकाता सबसे आगे है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का विधानसभा क्षेत्र भवानीपुर भी इससे अछूता नहीं है. कोलकाता दक्षिण में 10 प्रतिशत से ज्यादा मैपिंग नहीं हुई है, जबकि पूरे राज्य में 97 प्रतिशत फॉर्म मैपिंग पूरी हो चुकी है. लेकिन कोलकाता में तस्वीर बिल्कुल अलग है. जानकारी के अनुसार, कोलकाता उत्तर और कोलकाता दक्षिण में 20 प्रतिशत लोगों के फॉर्म बीएलओ ने आयोग को लौटा दिये हैं. इन वोटरों का कोई अता-पता नहीं है. कोलकाता दक्षिण के बालीगंज में 9.7 प्रतिशत, भवानीपुर में 10 प्रतिशत, रासबिहारी में 10 प्रतिशत, पोर्ट और खिदिरपुर व आस-पास के क्षेत्रों में 12 प्रतिशत फॉर्म के वापस आने की खबर है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
