बंगाल में एसआइआर लागू होने पर बाहर होंगे फर्जी वोटर

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद शमिक भट्टाचार्य ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) काे लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में दिये गये निर्देश पर कहा कि बंगाल में अगर एसआइआर लागू होता है तो लाखों फर्जी मतदाताओं के नाम सूची से बाहर हो जायेंगे.

By BIJAY KUMAR | August 16, 2025 10:41 PM

कोलकाता.

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद शमिक भट्टाचार्य ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) काे लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में दिये गये निर्देश पर कहा कि बंगाल में अगर एसआइआर लागू होता है तो लाखों फर्जी मतदाताओं के नाम सूची से बाहर हो जायेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य में एसआइआर शुरू होने पर फर्जी आधार कार्ड अगर दस्तावेज के तौर पर दिये गये, तो वे पकड़े जायेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग ने अपना काम ठीक से नहीं किया, तो वे सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे. शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि यह बात ध्यान में रखनी होगी कि आधार कार्ड नागरिकता का प्रमाण नहीं हो सकता. आधार कार्ड को शामिल करने को कहा गया है न कि फर्जी आधार कार्ड को स्वीकार करने को कहा गया है. फर्जी आधार कार्ड तुरंत पकड़ में आ जायेंगे. रोहिंग्या व बांग्लादेशी मुक्त मतदाता सूची पश्चिम बंगाल में बनायी जायेगी. इसके लिए चुनाव आयोग को जो करना है करे, नहीं करने पर हम सुप्रीम कोर्ट जायेंगे.तृणमूल का अंतिम सहारा व आरामदायक साझेदार है वाममोर्चा : अमित मालवीय

कोलकाता. भाजपा आइटी सेल के प्रमुख और पश्चिम बंगाल के केंद्रीय पार्टी पर्यवेक्षक अमित मालवीय ने शनिवार को वाममोर्चा पर तीखा हमला बोलते हुए उसे सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का अंतिम सहारा और आरामदायक साझेदार करार दिया. श्री मालवीय ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को स्वतंत्रता दिवस पर राजभवन में राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस द्वारा आयोजित चाय समारोह में वाममोर्चा अध्यक्ष बिमान बसु के साथ सौहार्द्रपूर्ण बातचीत करते हुए देखा जा सकता है. इस तस्वीर के सहारे उन्होंने दोहराया कि वाम दल बंगाल में तृणमूल की बी-टीम के तौर पर काम करते हैं. श्री मालवीय ने कहा वाम : दल को दिया गया हर वोट ममता बनर्जी को मजबूत करता है. उन्होंने आरोप लगाया कि जब-जब तृणमूल सरकार मुश्किल में घिरी, वाम दलों ने जनाक्रोश को भटकाने का काम किया. उन्होंने संदेशखाली विवाद, आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले और हाल के लोकसभा चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि दमदम, जादवपुर, श्रीरामपुर सहित कई सीटों पर वाम उम्मीदवारों ने विरोधी वोट काटे, जिससे तृणमूल को जीतने में मदद मिली.

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