मस्जिद के लिए बांग्लादेश से पैसा, तो दीपू के परिजनों को भी भारत से मदद

दक्षिण 24 परगना के सागर में बुधवार को आयोजित एक राजनीतिक सभा में राज्य के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस और राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला. इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश में कथित रूप से मारे गये हिंदू युवक दीपू चंद्र दास का मुद्दा उठाते हुए घटना की कड़ी निंदा की.

By BIJAY KUMAR | December 24, 2025 11:13 PM

कोलकाता

. दक्षिण 24 परगना के सागर में बुधवार को आयोजित एक राजनीतिक सभा में राज्य के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस और राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला. इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश में कथित रूप से मारे गये हिंदू युवक दीपू चंद्र दास का मुद्दा उठाते हुए घटना की कड़ी निंदा की.सभा को संबोधित करते हुए शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि बांग्लादेश में दीपू चंद्र दास की मौत एक अशुभ संकेत है. उन्होंने दावा किया कि कार्यक्रम में आने से पहले उन्होंने दीपू के पिता से फोन पर बातचीत की है और उनसे बैंक खाता संख्या भेजने को कहा है. श्री अधिकारी ने कहा कि यदि बाबरी मस्जिद के लिए बांग्लादेश से पैसा भेजा जा सकता है, तो भारत के हिंदू भी दीपू चंद्र दास के पिता और भाई की आर्थिक मदद कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस मदद की शुरुआत वह स्वयं करेंगे.

बंगाल में सनातन धर्म सुरक्षित नहीं

शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि राज्य में सनातन धर्म सुरक्षित नहीं है. उन्होंने कहा कि जिले के विभिन्न मंदिरों में मूर्तियों को तोड़ा गया, लेकिन पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी. उन्होंने काकद्वीप का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि पुलिस की मौजूदगी में मूर्तियों को जेल वैन में लादा गया, फिर भी किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया.

कमजोर हो रही तृणमूल कांग्रेस

सभा में उन्होंने दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले ही तृणमूल कांग्रेस की स्थिति कमजोर हो चुकी है. उनके अनुसार मुस्लिम वोट बैंक अब अन्य दलों की ओर झुक रहा है, जबकि हिंदू और आदिवासी समाज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा के साथ खड़ा है. उन्होंने यह भी कहा कि चार महीने बाद राज्य की सत्ता में तृणमूल कांग्रेस नहीं रहेगी. सभा से पहले शुभेंदु अधिकारी ने सागरद्वीप स्थित कपिल मुनि आश्रम में पूजा-अर्चना भी की.

बाबरी मस्जिद के नामकरण पर भी जतायी आपत्ति

सभा के दौरान शुभेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस से निलंबित भरतपुर के विधायक हुमायूं कबीर और बाबरी मस्जिद के नामकरण को लेकर भी आपत्ति जतायी. उन्होंने कहा कि बाबर एक विदेशी आक्रमणकारी था और उसके नाम पर किसी धार्मिक स्थल का नाम रखा जाना उचित नहीं है. उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि किसी के पास जमीन और संसाधन हों, तो मस्जिद निर्माण पर उन्हें आपत्ति नहीं है. लेकिन बाबर के नाम का उपयोग स्वीकार्य नहीं है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि भाजपा सत्ता में आती है, तो बाबर, अकबर और हुमायूं जैसे नाम सार्वजनिक स्थलों और संस्थानों से हटाये जायेंगे. शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि बाबर के नाम पर मस्जिद से जुड़े कार्यक्रमों को सरकार की मौन सहमति प्राप्त है.

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