गिरफ्तार असिस्टेंट इंजीनियर को 14 नवंबर तक पुलिस हिरासत
वहां सुनवाई के दौरान दोनों पक्ष की बातों को सुनने के बाद अदालत ने पार्थ चोंगदार, जो वर्तमान में टाला पंपिंग एंड टाउन प्लानिंग विभाग में कार्यरत है
कोलकाता. आय से अधिक कथित धन और बेहिसाब संपत्ति के मामले में राज्य पुलिस के एंटी क्रप्शन ब्रांच की टीम के हाथों गिरफ्तार केएमसी के असिस्टेंट इंजीनियर पार्थ चोंगदार को शुक्रवार को उसे कोलकाता सिटी सेशंस कोर्ट के जज अनिंद्य बनर्जी की अदालत में पेश किया गया. वहां सुनवाई के दौरान दोनों पक्ष की बातों को सुनने के बाद अदालत ने पार्थ चोंगदार, जो वर्तमान में टाला पंपिंग एंड टाउन प्लानिंग विभाग में कार्यरत है, उन्हें 14 नवंबर तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया है. इसके पहले अदालत में, सरकारी वकील दीपांकर कुंडू ने आरोपी की जमानत अर्जी का कड़ा विरोध किया और कहा कि गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूतों का पहाड़ है. केएमसी के असिस्टेंट इंजीनियर पार्थ चोंगदार वर्ष 1997 में केएमसी में शामिल हुआ था. वह वर्तमान में टाला पंपिंग स्टेशन में कार्यरत है, जांच एजेंसी को 2017 से 2021 के बीच 5 करोड़ 86 लाख 21 हजार 199 रुपये की बेहिसाब संपत्ति का पता चला है. उन्हें पुलिस हिरासत में भेजा जाये. आरोपी के पास बेहिसाबी संपत्ति होने से जुड़े कई सबूत हाथ लगे हैं. इसमें प्रमुख तौर पर आरोपी के नाम पर बोलपुर में 36 लाख रुपए का एक बंगला एवं अलग-अलग जगहों पर 6 फ्लैट है. उसकी पत्नी और पिता के नाम पर एक कंस्ट्रक्शन कंपनी होने का पता चला है. आरोपी द्वारा कई बार विदेश यात्राओं की भी जानकारी मिली है. मुख्य सरकारी वकील ने सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजने का आवेदन किया. वहीं गिरफ़्तार इंजीनियर की ओर से वकील अमित भट्टाचार्य ने ज़मानत की अर्ज़ी लगाई और कहा कि उसे जितनी बार बुलाया गया है, वे उतनी बार जांच में सहयोग किये है. अब तक 111 दस्तावेज़ जमा किए गए हैं, उनके मुवक्किल को किसी भी शर्त पर ज़मानत दी जाये.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
