फ्रेजरगंज में दुर्लभ प्रवासी पक्षी की देखी गयी झलक
पेक्टोरल सैंडपाइपर पहली बार बंगाल में कैमरे में कैद
पेक्टोरल सैंडपाइपर पहली बार बंगाल में कैमरे में कैद
कोलकाता. दक्षिण 24 परगना के फ्रेजरगंज में दुर्गा पूजा से ठीक पहले एक दुर्लभ प्रवासी पक्षी देखा गया. यह पक्षी पेक्टोरल सैंडपाइपर है, जो भारत में बहुत कम देखने को मिलता है. बंगाल में यह पहली बार कैमरे में कैद हुआ है. सामान्यत: दक्षिण एशिया में इस पक्षी का मिलना मुश्किल है. यह पक्षी टुंड्रा क्षेत्र और उत्तर अमेरिका में निवास करता है. सर्दियों में ये दक्षिण अमेरिका और ओशियानिया क्षेत्र की ओर प्रवास करते हैं. इस कारण फ्रेजरगंज में इसका आना चौंकाने वाला है. पक्षी प्रेमी संगठन ‘बर्ड वॉचर्स सोसाइटी’ के प्रमुख कणाद वैद्य ने इसकी पुष्टि की. उन्होंने बताया कि बुधवार को फ्रेजरगंज के कारगिल बिच पर अन्निभ दासगुप्ता, सौम्यजीत तालुकदार, शांतनु घोष और पत्राली पाल प्रवासी पक्षियों की गतिविधियों का अध्ययन कर रहे थे, तभी उन्हें यह विशेष व दुर्लभ प्रजाति की चिड़िया दिखाई दी. प्रजाति की जानकारी और स्थानीय उत्साह
इसके पहले पेक्टोरल सैंडपाइपर अंडमान और निकोबार, महाराष्ट्र, केरल और गुजरात में भी देखे जा चुके हैं. यह पक्षी कीचड़ और दलदली समुद्र तटों में अपना भोजन खोजने में दक्ष है. इसका पीठ धूसर व भूरा रंग का होता है, गर्मियों में अधिक भूरा और सर्दियों में अधिक धूसर दिखता है. इसके पैर पीले और चोंच हरी व मटमैली होती है, जबकि सिर का शीर्ष गहरा रंग का होता है. फ्रेजरगंज में इस प्रवासी पक्षी के देखे जाने से स्थानीय पक्षी प्रेमियों और पर्यावरणविदों में उत्साह है.
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