बांसबेड़िया गुमशुदगी मामले में हत्या का खुलासा
बांसबेड़िया निवासी लक्ष्मण चौधरी की गुमशुदगी मामले में पुलिस जांच के दौरान बड़ा खुलासा हुआ है.
गिरफ्तार तीन आरोपियों ने कबूला जुर्म, शव गंगा में बहाने की बात स्वीकारी
प्रतिनिधि, हुगली.
बांसबेड़िया निवासी लक्ष्मण चौधरी की गुमशुदगी मामले में पुलिस जांच के दौरान बड़ा खुलासा हुआ है. गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि घटना की रात उन्होंने गमछे और चाकू का इस्तेमाल कर लक्ष्मण की हत्या कर शव को गंगा नदी में बहा दिया था. उनकी निशानदेही पर पुलिस ने घटना का रीकंस्ट्रक्शन किया और एक चाकू व गमछा बरामद किया. अदालत के आदेश पर अब मामले में हत्या और अन्य धाराएं जोड़ी गयी हैं.
गुमशुदगी से हत्या तक की जांच
गौरतलब है कि 21 अगस्त को मगरा थाने में लक्ष्मण की मां पुष्पा देवी चौधरी ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करायी थी. उन्होंने बताया था कि 18-19 अगस्त की रात लक्ष्मण परिवार व मित्रों के साथ दीघा से लौटे थे. आधी रात को वह अपने मित्र संजय के साथ पंचाननतला के पास शिवनाथ शाह के क्लब के सामने उतरे और क्लब में गये, जिसके बाद से वह लापता हो गये. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर सबसे पहले नामजद अभियुक्त शिवनाथ शाह को गिरफ्तार किया और उसे 10 दिनों की रिमांड पर लिया. बाद में उसके सहयोगी विजय सिंह और अम्लान मालिक को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी.
पुलिस का विशेष अभियान जारी
लापता युवक की तलाश में जिला पुलिस ने बड़े पैमाने पर अभियान चलाया है. सीसीटीवी फुटेज खंगालने से लेकर स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की तकनीकी जांच, पुलिस डॉग्स, डिजास्टर मैनेजमेंट ग्रुप, स्पीडबोट और प्रोफेशनल गोताखोरों की मदद से गंगा और आसपास के जलाशयों में बार-बार तलाशी ली जा रही है. रेलवे स्टेशन और थानों में उसकी तस्वीरें प्रसारित कर व्यापक प्रचार भी किया गया.
शव की तलाश और पुलिस की अपील
डीसीपी क्राइम अभिजीत सिन्हा महापात्र ने प्रेस वार्ता में बताया कि लक्ष्मण चौधरी के शव की तलाश अब भी जारी है और पीड़ित परिवार को पूरी जानकारी दी जा रही है. पुलिस ने अपील की है कि इस घटना को लेकर किसी भी प्रकार की अफवाह न फैलायें.
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