स्टार्टर गन फायरिंग पर लोकभवन का स्पष्टीकरण
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर ''पीआर कल्चर'' को लेकर एक नयी बहस छिड़ गयी है.
कोलकाता. कोलकाता की सड़कों पर रविवार को जब दुनिया भर के एथलीट दौड़ने की तैयारी कर रहे थे, तभी एक ऐसी घटना हुई, जिसने वहां मौजूद लोगों की सांसें थम गयीं. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने ””””वर्ल्ड एथलेटिक्स गोल्ड लेबल रेस”””” को हरी झंडी दिखाने की बजाय स्टार्टिंग पिस्टल फायर की, जिससे लोग चौंक गये. इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर ””””पीआर कल्चर”””” को लेकर एक नयी बहस छिड़ गयी है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए मंगलवार को लोक भवन से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गयी है. इसमें बताया गया है कि लोक भवन का ध्यान एक खबर की ओर गया है जो ””पश्चिम बंगाल गवर्नर ने चेहरे पर पिस्तौल तानी, लोग इसे ””खतरनाक”” कह रहे हैं. जिस घटना की जिक्र की गयी है, वह 21 दिसंबर, 2025 को टाटा स्टील वर्ल्ड 25के कोलकाता मैराथन के फ्लैग ऑफ से है. लोक भवन ने इवेंट में हुई वास्तविक स्थिति का अंदाजा लगाया है. 21 दिसंबर 2025 को राज्यपाल के साथ ड्यूटी पर मौजूद एड-डी-कैंप मेजर निखिल कुमार भी थे. कथित घटना पर अपनी रिपोर्ट में एडीसी मेजर निखिल कुमार ने कहा है, रनर्स को फ्लैग ऑफ करने के मकसद से ””स्टार्टर गन”” का इंतज़ाम इवेंट आयोजक ने किया था. फ्लैग ऑफ से पहले, ड्यूटी पर मौजूद एडीसी ने गवर्नर को स्टार्टर गन को सही और सुरक्षित तरीके से चलाने के बारे में ठीक से जानकारी दी और गाइड किया. गवर्नर ने इन निर्देशों का ध्यान से पालन किया और स्टार्टर गन को पूरे धैर्य और सभी जरूरी सावधानियों के साथ संभाला. स्टार्टर गन से फायर करने पर, गन से छोटे-छोटे टुकड़े निकले और कुछ देर के लिए अलग-अलग दिशाओं में बिखर गये. गवर्नर अधिकारियों, खास लोगों या वहां मौजूद किसी भी दूसरे व्यक्ति को कोई चोट नहीं आयी.
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