ट्रेन में महिला सहायक लोको पायलट की तबीयत बिगड़ी
एक महिला सहायक लोको पायलट ट्रेन में अचानक बीमार पड़ गयी, लेकिन इससे ट्रेन की आवाजाही प्रभावित नहीं हुई.
संवाददाता, कोलकाता.
एक महिला सहायक लोको पायलट ट्रेन में अचानक बीमार पड़ गयी, लेकिन इससे ट्रेन की आवाजाही प्रभावित नहीं हुई. यह घटना उस समय हुई जब ट्रेन ओडिशा के भद्रक से हावड़ा जा रही थी. सहायक लोको पायलट, जिनकी पहचान एन पूर्णिमा के रूप में हुई है, उस समय इंजन के केबिन में थीं, जब ट्रेन ओडिशा के जलेश्वर स्टेशन को पार करके नेकुड़सनी के पास पहुंची. तब उन्हें पेट में तेज़ दर्द हुआ और वह केबिन के अंदर ही लेट गयीं और बेचैन होकर छटपटाने लगीं.
बाघाजतिन एक्सप्रेस का नेकुरसेनी स्टेशन पर कोई निर्धारित ठहराव नहीं है, फिर भी स्थिति गंभीर होने पर ट्रेन वहीं रोक दी गयी. नेकुरसेनी के स्टेशन मास्टर और बेलदा स्टेशन के अधिकारियों को तुरंत सूचित किया गया. दक्षिण पूर्व रेलवे ने खड़गपुर मंडल के बेल्दा स्टेशन पर तुरंत एक एम्बुलेंस की व्यवस्था की. सहायक लोको पायलट को इलाज के लिए बेलदा अस्पताल ले जाया गया. चिकित्सकों का कहना है कि रात भर की ड्यूटी और थकान के कारण वह गंभीर रूप से बीमार पड़ गयी थीं. हालांकि, समय पर चिकित्सा देखभाल के बाद उनकी हालत में थोड़ा सुधार हुआ और बाद में रेलवे अधिकारी उन्हें आगे की निगरानी के लिए खड़गपुर ले गये. रेलवे अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इस घटना के कारण ट्रेन के समय या यात्री सेवाओं में कोई व्यवधान नहीं आया. महिला पायलट की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बाद एक अन्य सहायक लोको पायलट ने ड्यूटी संभाली और बाघाजतिन एक्सप्रेस बेलदा स्टेशन से समय पर हावड़ा के लिए रवाना हुई.
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