विस चुनाव से पूर्व वोटर लिस्ट की सफाई जरूरी : राज्यपाल
राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने बुधवार को एक टीवी चैनल को दिये इंटरव्यू में कहा कि राज्य में विधानसभा चुनाव में अब छह महीने से भी कम समय बचा है और चुनाव से पहले वोटर लिस्ट की सफाई बेहद जरूरी है, ताकि पूरी चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी बनी रहे.
कोलकाता
. राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने बुधवार को एक टीवी चैनल को दिये इंटरव्यू में कहा कि राज्य में विधानसभा चुनाव में अब छह महीने से भी कम समय बचा है और चुनाव से पहले वोटर लिस्ट की सफाई बेहद जरूरी है, ताकि पूरी चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी बनी रहे. उनके इस बयान को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर सीधा हमला माना जा रहा है.गवर्नर बोस ने बताया कि उन्होंने बांग्लादेश से सटे बंगाल के सीमावर्ती इलाकों का दौरा किया है, जहां राज्य लगभग 2,200 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा चलाये जा रहे स्पेशल इंटेंसिव रिविजन यानी एसआइआर के कारण रिवर्स माइग्रेशन देखने को मिला है. उनके अनुसार, गैरकानूनी प्रवासी पकड़े जाने और डिपोर्ट किये जाने से पहले ही वापस भाग रहे हैं.राज्यपाल का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब एक दिन पहले ही चुनाव आयोग ने राज्य की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी की थी. इस मसौदा सूची से करीब 58 लाख प्रविष्टियां हटायी गयी हैं. चुनाव आयोग के मुताबिक इनमें 24 लाख मतदाता मृत और 12 लाख मतदाता लापता के रूप में चिह्नित किये गये हैं. ड्राफ्ट लिस्ट जारी होने के साथ ही राज्य में एसआइआर का पहला चरण पूरा हो गया है.
इसी इंटरव्यू में गवर्नर बोस ने अर्जेंटीना के फुटबॉल स्टार लियोनेल मेसी के कोलकाता दौरे के दौरान साॅल्टलेक स्टेडियम में हुई अव्यवस्था और हिंसा को लेकर भी राज्य सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने इस घटना को प्रशासनिक विफलता बताते हुए सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अगुवाई में न्यायिक जांच की मांग की.गवर्नर ने कहा कि केवल खेल मंत्री का इस्तीफा पर्याप्त नहीं है, क्योंकि उस समय स्टेडियम में दो मंत्री मौजूद थे. उन्होंने कहा कि वह लगातार ग्रामीण इलाकों का दौरा कर लोगों से मिल रहे हैं और हिंसा मुक्त तथा भ्रष्टाचार मुक्त पश्चिम बंगाल के लिए एक अभियान भी शुरू किया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
