पार्षद को ही करना होगा संपत्ति के उत्तराधिकार से संबंधित समस्या का समाधान: मेयर
पार्षद को यह भी देखना पड़ता है कि इस समस्या के लिए किसी को कोर्ट का दरवाजा न खटखटाना पड़े.
कोलकाता. किसी भी संपत्ति के उत्तराधिकार से संबंधित कोई समस्या है, तो उसका समाधान पार्षद को ही करना पड़ता है. पार्षद को यह भी देखना पड़ता है कि इस समस्या के लिए किसी को कोर्ट का दरवाजा न खटखटाना पड़े. यह कहना है कोलकाता के मेयर और नगर निगम मंत्री फिरहाद हकीम का.
फिरहाद का मानना है कि उत्तराधिकार की समस्याओं में संबंधित पार्षद जिम्मेदारी से बच नहीं सकते. कहा कि : यदि परिवार में किसी की मृत्यु हो जाती है, तो यह पार्षद की जिम्मेदारी होती है कि वह तय करे कि उस परिवार के संपत्ति का उत्तराधिकारी कौन होगा. उत्तराधिकार का प्रमाण पत्र पार्षद ही जारी करता है. इसके बाद फिरहाद ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, ””””””””अब देखने में आ रहा है कि कई मामलों में पार्षद उस जिम्मेदारी से बच रहे हैं और आम लोगों को कोर्ट में भेज रहे हैं. वहीं, कोर्ट फिर उन्हें स्थानीय पार्षद के पास भेज रहा है. इससे आम लोगों को परेशानी हो रही है. मेयर ने कहा कि पार्षदों को हर मुद्दे पर गौर करना होगा. संबंधित दस्तावेजों की जांच करने के बाद ही उचित निर्णय लेना चाहिए.
इसके अलावा, शुक्रवार के निगम के मासिक सत्र में बिल्डिंग निर्माण कानून के बारे में पूछे गये सवाल के जवाब में फिरहाद ने कहा, ””””””””बिना कंप्लीशन सर्टिफिकेट (सीसी) के कोई भी आवास बनाना कानून के खिलाफ है. संबंधित प्रमोटरों को कानून के अनुसार नोटिस भेजे जाते हैं.”””””””” फिरहाद के स्पष्ट निर्देश हैं कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, बिना सीसी के कोई भी निर्माण कार्य पूरा नहीं किया जा सकता है. वहीं ऐसे इमारतों को बिजली व वाटर कनेक्शन नहीं दिये जायेंगे.
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