मैं भाजपा को देश से खत्म करके ही दम लूंगी
मैं भाजपा को देश से खत्म करके ही दम लूंगी
कोलकाता.
मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने सोमवार को नेताजी इंडोर स्टेडियम में पार्टी के बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं (बीएलए) के साथ बैठक में भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा पैसों के दम पर बंगाल में मुस्लिम समुदाय को बांटने की कोशिश कर रही है और इसके दम पर राजनीतिक लाभ उठाना चाहती है. ममता ने कहा, “मैं उस दिन इसे रोक दूंगी जब भाजपा को देश से खत्म कर दिया जायेगा. मैं भाजपा को देश से खत्म करके ही दम लूंगी. अगर मैं बंगाल जीतती हूं, तो उनसे दिल्ली भी छीनूंगी.”मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं और उससे पहले एसआइआर को लेकर बड़ा विवाद चल रहा है. ममता लगातार भाजपा और चुनाव आयोग पर हमलावर रही हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा वोट देने के अधिकार को छीनने की कोशिश कर रही है और तानाशाही लागू कर रही है.ममता ने कहा कि 58 लाख नाम हटाने के बाद भी भाजपा 1.5 करोड़ और नाम डिलीट करना चाहती है. उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग हर दो दिन में निर्देश बदल रहा है और यह सब 2026 में भाजपा को जीत दिलाने के लिए किया जा रहा है.
ममता ने कहा कि कई वोटर रोज परेशान हो रहे हैं, ऐप में गड़बड़ी है और एसआइआर तथा ऐप के लिए कोई एसओपी नहीं है. यह असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक है.उन्होंने सवाल उठाया कि 2002 में बंगाल में कितने डिलीवरी इंस्टीट्यूशन थे और उस समय बर्थ सर्टिफिकेट कहां था. ममता ने कहा कि चुनाव आयोग का जमीन पर कोई नियंत्रण नहीं है और गुजरात से केंद्र सरकार के कर्मचारी बंगाल में वोट करवाने क्यों आयेंगे. उन्होंने कहा, “जो लोग महात्मा का नाम हटाते हैं, वे देश से कितना प्यार करते हैं, यह सवालिया निशान है.”
मुख्यमंत्री ने बीएलए को दिये आदेश : ममता ने कहा कि असली वोटर्स की मैपिंग अभी भी पूरी नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि अब माकपा को समझ आयेगा कि उन्होंने 2002 में क्या गलतियां की थीं. ममता ने बीएलए-2 को हर ब्लॉक और दूसरे इलाकों के अंदरूनी हिस्सों में जाकर यह देखने का आदेश दिया कि किसका नाम हटाया गया है. उन्होंने कहा कि छह लोगों की टीम बनायी जाएगी और इआरओ को रिपोर्ट सौंपनी होगी. जिनके पास मांगे गये 11 दस्तावेजों का कोई सबूत नहीं है, उन्हें परमानेंट रेजिडेंशियल सर्टिफिकेट दिया जायेगा और इसके लिए आवेदन करने का निर्देश दिया गया. ममता ने कहा कि बीएलए-1 और बीएलए-2 उनसे संपर्क करें और सुनिश्चित करें कि सुनवाई के दौरान मतदाता परेशान न हों.भाजपा पर आरोप और बाहरी वोटरों का मुद्दा : ममता ने कहा कि भाजपा ने पश्चिम बंगाल में वोटर लिस्ट में 1:10 के अनुपात में गैर-बंगाली लोगों को शामिल किया है. एक बंगाली के मुकाबले 10 गैर-बंगाली हैं. उन्होंने बीएलए को निर्देश दिया कि वे अपने वोटर्स की पहचान सुनिश्चित करें. ममता ने कहा कि नेता नहीं, बल्कि केवल जमीनी स्तर के तृणमूल कार्यकर्ता ही भाजपा को बंगाल में पैर जमाने से रोक सकते हैं. उन्होंने पार्टी समर्थकों से राज्य में सत्ता पर कब्जा करने के लिए भाजपा की “कुटिल चालों” का पूरा विरोध करने को कहा. ममता ने कहा कि बंगाल को भाजपा के चंगुल से बचाने के बाद दिल्ली पर कब्जा किया जायेगा.
तृणमूल की बैठक में माइक खराबी पर ममता को साजिश का शक : तृणमूल कांग्रेस के बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं की सोमवार को नेताजी इंडोर स्टेडियम में आयोजित बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का संबोधन माइक्रोफोन में तकनीकी खराबी के कारण कुछ देर के लिए बाधित हो गया. इस पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाहिर करते हुए इसे सामान्य घटना मानने से इनकार किया और इसमें साजिश की आशंका जतायी. नाराज लहजे में मुख्यमंत्री ने कहा, “स्टेडियम में माइक्रोफोन काम क्यों नहीं कर रहे हैं? यह आपकी जिम्मेदारी है. पुलिस निगरानी क्यों नहीं कर रही है? पार्टी कार्यकर्ता मदद क्यों नहीं कर रहे हैं? क्या यह साजिश है? ऐसा हर दिन क्यों होता है? इस बार मैं कार्रवाई करूंगी.” बाद में तकनीकी समस्या का समाधान कर लिया गया.मुख्यमंत्री द्वारा सोमवार दोपहर बुलायी गयी यह बैठक निर्धारित समय पर शुरू हुई थी. हालांकि, भाषण के दौरान माइक्रोफोन खराब हो जाने से कुछ समय के लिए कार्यक्रम बाधित हो गया. नेताजी इंडोर स्टेडियम में पार्टी के बीएलए सदस्यों की उपस्थिति में यह बैठक आयोजित की गयी थी. जिसके बाद कुछ ही मिनटों में बैठक दोबारा शुरू हो सकी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
