तृणमूल में बदलाव की आहट, नेताओं का ‘रिपोर्ट कार्ड’ तैयार
तृणमूल कांग्रेस में संगठनात्मक हलचल तेज हो गयी है. मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) को लेकर चुनाव आयोग पर लगातार हमले के बीच पार्टी अब आंतरिक अनुशासन कसने की तैयारी में है.
छह दिसंबर को ममता बनर्जी को मूल्यांकन रिपोर्ट सौंपेंगे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी
संवाददाता, कोलकातातृणमूल कांग्रेस में संगठनात्मक हलचल तेज हो गयी है. मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) को लेकर चुनाव आयोग पर लगातार हमले के बीच पार्टी अब आंतरिक अनुशासन कसने की तैयारी में है. सूत्रों के मुताबिक तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी छह दिसंबर को मुख्यमंत्री एवं पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी को सभी प्रमुख नेताओं का विस्तृत ‘परफॉर्मेंस रिपोर्ट कार्ड’ सौंप सकते हैं. इसके बाद संगठन में बड़े बदलाव की संभावना जतायी जा रही है. अभिषेक बनर्जी पिछले कई दिनों से चुनाव आयोग के निर्देशों पर तंज कसते रहे हैं. उनका कहना है कि सिर्फ दो महीने की समय-सीमा में एसआइआर पूरा करने का निर्देश अव्यवहारिक है. हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी का सबसे बड़ा लक्ष्य किसी भी वैध मतदाता का नाम मतदाता सूची से न हटने देना है. इसके लिए उन्होंने राज्यभर के नेताओं, समन्वयकों और बीएलए-2 कार्यकर्ताओं को सख्त निर्देश दिये हैं. एसआइआर के तहत चार नवंबर से फॉर्म वितरण शुरू हुआ है और यह प्रक्रिया चार दिसंबर तक चलेगी. इस दौरान चुनाव आयोग मतदाता सूची के डिजिटाइजेशन में जुटा है, जबकि तृणमूल के बीएलए-2 कार्यकर्ता “दीदी के दूत” ऐप पर डेटा अपलोड कर रहे हैं. वर्चुअल बैठकों के जरिए अभिषेक बनर्जी लगातार कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने जहां कुछ नेताओं की खुले मंच से सराहना की, वहीं कई को फटकार भी लगायी है. पार्टी सूत्रों के अनुसार, छह दिसंबर को सौंपे जाने वाले रिपोर्ट कार्ड में यह विवरण होगा कि कौन नेता कितना सक्रिय रहा, किन क्षेत्रों में फॉर्म वितरण और जमा प्रक्रिया सुचारू रही और किन पदाधिकारियों ने निर्देशों के बावजूद उदासीनता दिखायी. अनुमान है कि इस रिपोर्ट के आधार पर कई नेताओं की जिम्मेदारियां बदली जा सकती हैं. हाल ही में लोकसभा चुनाव में कमजोर प्रदर्शन वाली कई नगरपालिकाओं में चेयरमैन बदले गये थे. उसी तर्ज पर विधानसभा क्षेत्रों में भी फेरबदल संभव माने जा रहे हैं. पार्टी के भीतर चर्चा है कि अगला चुनाव सामने होने के चलते तृणमूल संगठन को शतप्रतिशत क्रियाशील स्थिति में लाने की रणनीति पर काम कर रही है. ऐसे में अभिषेक बनर्जी का यह रिपोर्ट कार्ड पार्टी की आंतरिक राजनीति पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
