भाजपा ने ममता को दी खुली चुनौती, डीएमके सांसद के बयान पर मांगा जवाब
भाजपा ने मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को खुली चुनौती दी और पूछा कि क्या वह द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के सांसद ए राजा के विवादित बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देंगी?
कोलकाता. भाजपा ने मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को खुली चुनौती दी और पूछा कि क्या वह द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के सांसद ए राजा के विवादित बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देंगी? ए राजा ने वंदेमातरम् के रचयिता और बंगाल के गौरव बंकिमचंद्र चटर्जी को राज्य के पूर्व सांप्रदायिक तनावों से जोड़ते हुए निराधार आरोप लगाये थे. भाजपा ने सवाल उठाया कि क्या मुख्यमंत्री ममता बनर्जी डीएमके और कांग्रेस के साथ अपने विपक्षी गठबंधन को बचाने के लिए इस मुद्दे पर मौन हैं, जबकि ये सभी दल ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा हैं. भाजपा के सूचना प्रौद्योगिकी प्रकोष्ठ के प्रमुख और पश्चिम बंगाल के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर लिखा, “ममता बनर्जी को उस गठबंधन पर बोलना चाहिए, जिसका वह हिस्सा हैं और जो ऋषि बंकिमचंद्र चटर्जी की गौरवशाली विरासत को अपमानित कर रहा है. क्या तृणमूल के लिए डीएमके और कांग्रेस के साथ गठबंधन, बंगाल के सम्मान से अधिक महत्वपूर्ण है?” भाजपा ने पहले भी विस्तृत वक्तव्य जारी कर ए राजा पर आरोप लगाया था कि वह तथ्यों को तोड़-मरोड़कर यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि बंकिमचंद्र ने महिला शिक्षा और सामाजिक सुधारों का विरोध किया था. भाजपा का कहना है कि बंकिमचंद्र का मत केवल सुधारों की प्रक्रिया से जुड़ा था, मूल्यों से नहीं. उन्होंने अपने उपन्यासों में सशक्त, स्वाधीन और आत्मविश्वासी महिला पात्रों को प्रस्तुत किया और महिला शिक्षा को बढ़ावा दिया. उन्हें ‘पिछड़ा’ बताना इतिहास के विपरीत है. भाजपा ने सवाल किया, “क्या ममता बनर्जी बतायेंगी कि क्या बंगाल का गौरव राजनीतिक समझौतों की भेंट चढ़ सकता है?”
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