बिहार में एनडीए की जीत बंगाल के लिए बड़ा खतरा : दीपंकर भट्टाचार्य
सीपीआइ (एमएल) लिबरेशन के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने सोमवार को कहा कि बिहार में जिस तरह एनडीए की जीत हुई है, वह पश्चिम बंगाल के लिए बड़ा खतरा है. हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इसका अर्थ यह नहीं है कि बंगाल में भाजपा की जीत तय है.
कोलकाता.
सीपीआइ (एमएल) लिबरेशन के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने सोमवार को कहा कि बिहार में जिस तरह एनडीए की जीत हुई है, वह पश्चिम बंगाल के लिए बड़ा खतरा है. हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इसका अर्थ यह नहीं है कि बंगाल में भाजपा की जीत तय है. कोलकाता प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम में भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा, बंगाल की संस्कृति और इतिहास के लिए गंभीर चुनौती बन चुकी है. उन्होंने भाजपा नेता इंदर सिंह परमार द्वारा राजा राममोहन राय को ‘अंग्रेजों का दलाल’ बताये जाने की निंदा करते हुए कहा कि इससे भाजपा की मानसिकता और बंगाल को लेकर उसकी मंशा साफ हो जाती है. उन्होंने कहा कि भाजपा का अगला निशाना बंगाल है और आने वाले समय में यह राज्य के लिए खतरा साबित हो सकता है. एसआइआर प्रक्रिया पर तीखा प्रहार करते हुए दीपंकर ने कहा कि यह पूरी तरह से लोगों के उच्छेद की प्रक्रिया है.उन्होंने दावा किया कि बिहार में 69 लाख लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाये गये, लेकिन इनमें से किसी को भी बांग्लादेशी साबित नहीं किया जा सका. उनके अनुसार, यह सब केवल लोगों को परेशान करने के लिए किया गया.
उन्होंने कहा कि बंगाल को वामपंथ के पुनर्जागरण की आवश्यकता है और भाजपा का डटकर मुकाबला करना होगा. प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य कार्तिक पाल सहित अन्य नेता उपस्थित थे. भाकपा (माले) लिबरेशन का 13वां पश्चिम बंगाल राज्य सम्मेलन 18 से 20 नवंबर तक उत्तर 24 परगना के नैहाटी में आयोजित होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
