प्रवासी राजस्थानी हमारे गौरव और पहचान के प्रतीक : सीएम भजनलाल
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कोलकाता में प्रवासी राजस्थानी मीट को संबोधित किया. उन्होंने समाज सेवा में उत्कृष्ट कार्य करनेवाले प्रवासी राजस्थानियों को सम्मानित किया. राजस्थान फाउंडेशन की कॉफी टेबल बुक का मुख्यमंत्री ने विमोचन भी किया. कार्यक्रम में प्रवासी राजस्थानियों में उत्साह और गर्व का माहौल दिखा.
कोलकाता.
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कोलकाता में प्रवासी राजस्थानी मीट को संबोधित किया. उन्होंने समाज सेवा में उत्कृष्ट कार्य करनेवाले प्रवासी राजस्थानियों को सम्मानित किया. राजस्थान फाउंडेशन की कॉफी टेबल बुक का मुख्यमंत्री ने विमोचन भी किया. कार्यक्रम में प्रवासी राजस्थानियों में उत्साह और गर्व का माहौल दिखा. मुख्यमंत्री ने प्रवासी राजस्थानियों को राज्य के विकास में भागीदार बनने का आह्वान किया. राजस्थान की संस्कृति, परंपरा और मूल्यों को विश्वभर में पहुंचाने का आह्वान किया. कोलकाता में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रवासी राजस्थानी शामिल थे. राजस्थान फाउंडेशन की पहल पर प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन आयोजित हुआ. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रवासी राजस्थानी हमारे गौरव और पहचान के प्रतीक हैं. राज्य सरकार प्रवासी राजस्थानियों के साथ सतत संवाद के लिए प्रतिबद्ध है. कार्यक्रम में स्वायत्त शासन राज्यमंत्री झाबर सिंह खर्रा भी मौजूद थे. विभिन्न जनप्रतिनिधियों और गणमान्य नागरिकों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया.राजस्थान अब विकास के नये आयाम स्थापित कर रहा है. प्रवासी राजस्थानियों ने मुख्यमंत्री की पहल का स्वागत किया. कोलकाता में पहली बार इतने बड़े स्तर पर प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन हुआ. राजस्थान फाउंडेशन की कॉफी टेबल बुक में प्रवासी राजस्थानियों की उपलब्धियां दर्ज हुई. राज्य सरकार हर राजस्थानी के सुख-दुख में साथ है. राजस्थान फाउंडेशन प्रवासी राजस्थानियों को जोड़े रखने का मजबूत माध्यम बना. मुख्यमंत्री ने प्रवासी राजस्थानियों से निवेश और नवाचार में सहयोग का आग्रह किया.
प्रवासी राजस्थानी दिवस समारोह में राजस्थान के कलाकारों को मिले प्रमुखता : संदीप भूतोड़ियासंस्कृति विद और राजस्थान फोरम कोलकाता चैप्टर के संस्थापक सचिव संदीप भूतोड़िया ने कहा कि अगले दिसंबर महीने में जयपुर में आयोजित होनेवाले प्रवासी राजस्थानी दिवस समारोह में राजस्थान के कलाकारों को प्रमुखता मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह प्रवासी राजस्थानियों को अपने राज्य की लोकसंस्कृति- संगीत, नृत्य और लोककला की समृद्ध विरासत से परिचित कराने का एक सुनहरा अवसर है. श्री भूतोड़िया ने बताया कि गत वर्ष प्रवासी राजस्थानी दिवस पर राजस्थान के बाहर के कलाकारों को प्रमुखता दी गयी थी, जो उचित नहीं है. बंगाल या अन्य राज्यों में जब इस प्रकार के विशेष या सरकारी कार्यक्रम आयोजित होते हैं, तो वहां के स्थानीय लोक कलाकारों और कलाओं को सदैव प्राथमिकता दी जाती है. इसी प्रकार राजस्थान के सरकारी विभागों और अधिकारियों को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रवासी राजस्थानी दिवस के अवसर पर राजस्थान के लोक कलाकारों को मंच पर प्रमुखता मिले. श्री भूतोड़िया ने कहा, “मेरा राजस्थान के मुख्यमंत्री से निवेदन है कि इस दिशा में ध्यान दें और राजस्थान की समृद्ध लोककलाओं तथा कलाकारों को प्रोत्साहित करते हुए प्रवासी राजस्थानियों के समक्ष उन्हें प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान करें.”
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