प्रवासी पक्षियों को जहर देकर मारने का आरोप
पश्चिम मेदिनीपुर जिले के बेलदा थाना क्षेत्र के हेमचंद्र पंचायत अंतर्गत अंबीडांगर गांव में सैकड़ों पक्षियों की मौत से इलाके में हड़कंप मच गया.
अंबीडांगर गांव में जहर देकर मारने का आरोप, वन विभाग ने शुरू की जांच
प्रतिनिधि, खड़गपुर
पश्चिम मेदिनीपुर जिले के बेलदा थाना क्षेत्र के हेमचंद्र पंचायत अंतर्गत अंबीडांगर गांव में सैकड़ों पक्षियों की मौत से इलाके में हड़कंप मच गया. आरोप है कि इन पक्षियों को जहर देकर मारा गया है. गांव में स्थित प्राचीन बरगद के पेड़ों पर शीत ऋतु में बड़ी संख्या में प्रवासी और देशी पक्षी दिखाई देते हैं. सोमवार को इन्हीं पेड़ों और आसपास के इलाकों में सैकड़ों मृत पक्षी पड़े मिले.
प्रवासी प्रजातियों पर खतरा: सूचना मिलने पर स्थानीय प्रकृति प्रेमी और वन विभाग मौके पर पहुंचे. वन विभाग के अनुसार मृत पक्षियों में हरियल, कॉपरस्मिथ बारबेट, कौआ, मैना, शालिक और कुछ क्रेन शामिल हैं. स्थानीय सूत्रों का आरोप है कि गांव के एक हिस्से में रहने वाले आदिवासी समुदाय के कुछ लोग पक्षियों के शिकार के लिए बरगद के पेड़ों पर कीटनाशक छिड़कते थे या मछली में जहर मिलाकर पेड़ पर छोड़ देते थे. जहरीला भोजन खाने से लुप्तप्राय हरियल समेत कई प्रवासी पक्षियों की मौत हो गयी.
पर्यावरण को लेकर चिंता, वन विभाग की कार्रवाई: वर्ल्ड लाइफ रेस्क्यूअर टीम के संदीप दास ने कहा कि उन्होंने मृत पक्षियों को देखकर तुरंत वन विभाग को सूचना दी और टीम ने कई पक्षियों को बचाने की कोशिश की. उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह का जहर देने का सिलसिला जारी रहा तो पर्यावरण संतुलन गंभीर रूप से प्रभावित होगा.
बेलदा वन विभाग के रेंजर तौहीद अंसारी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और मृत पक्षियों के नमूने एकत्र किये. पक्षियों के शिकार से जुड़े लोगों की पहचान की कोशिश जारी है. विभाग क्षेत्र में जागरूकता अभियान भी चला रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
