राष्ट्र के नाम संबोधन था या बजट भाषण : ममता, येचूरी

कोलकाता : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्र को संबोधित किया. पीएम मोदी के इस संबोधन पर माकपा नेता सीताराम येचूरी और बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने कहा, उनके संबोधन में ऐसा कुछ नहीं था. उन्होंने नोटबंदी के बाद हुई परेशानी पर चुप्पी साध ली. ममता ने इस संबोधन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2016 10:20 PM

कोलकाता : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्र को संबोधित किया. पीएम मोदी के इस संबोधन पर माकपा नेता सीताराम येचूरी और बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने कहा, उनके संबोधन में ऐसा कुछ नहीं था. उन्होंने नोटबंदी के बाद हुई परेशानी पर चुप्पी साध ली. ममता ने इस संबोधन की आलोचना करते हुए कहा, यह देश के नाम संबोधन बजट में होने वाले भाषण की तरह था. देश को संबोधित करने के नाम पर नरेंद्र मोदी अपना पॉलिटकल एजेंडा सामने रख रहे हैं.

उनका संबोधन निराधार था उसमें दिल को छू लेने वाली कोई बात भी नहीं थी. देश को संबोधित करते हुए उन्होंने नोटंबदी के कारण लाइन में खड़े होकर जान गंवाये लोगों को श्रद्धाजंलि तक नहीं दी. मोदी इसे देश के नाम संबोधन कहते हैं और अपनी राजनीति साधते हैं. ममता ने कई सवाल भी पूछे . उन्होने कहा कि कितना कालाधन निकला. 50 दिनों की तकलीफ से देश को क्या मिला. प्रधानमंत्री ने देश को गुमराह किया. पीएम ने वित्त मंत्री का रूप ले लिया और बजट भाषण दे दिया. मोदी बाबू खाली बर्तन ज्यादा आवाज करते हैं. प्रधानमंत्री को 50 दिन चाहिए थे उन्होंने वादा किया था सब ठीक हो जायेगा वो पूरी तरह फेल हुए हैं.
सीताराम येचूरी ने कहा, यह भाषण देकर लगा कि जैसे पीएम ने वित्त मंत्री के लिए कोई काम ना छोड़ा हो. लगा रहा है जैसे पीएम ने पहले ही बजट भाषण पढ़ दिया. 45 मिनट के भाषण में 30 मिनट उन्होंने प्रवचन दिया है. उन्होंने एक भी शब्द आम लोगों के लिए नहीं कहा जो उनके इस फैसले के कारण परेशानी में हैं.