अभ्यर्थियों को रटा रहे थे प्रश्न-उत्तर बंगाल-झारखंड से 34 लोग अरेस्ट

पश्चिम बंगाल पुलिस में कांस्टेबल पद पर नियुक्ति के लिए रविवार को लिखित परीक्षा संपन्न हो गयी.

By AKHILESH KUMAR SINGH | December 1, 2025 1:13 AM

पश्चिम बंगाल पुलिस में कांस्टेबल के 11,749 पदों पर नियुक्ति के लिए भर्ती परीक्षा संपन्न

कोलकाता/बर्दवान/आसनसोल/धनबाद. पश्चिम बंगाल पुलिस में कांस्टेबल पद पर नियुक्ति के लिए रविवार को लिखित परीक्षा संपन्न हो गयी. पश्चिम बंगाल पुलिस रिक्रूटमेंट बोर्ड ने कांस्टेबल के 11,749 पदों के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की. इस परीक्षा के जरिये शॉर्टलिस्ट किये गये अभ्यर्थियों को पीएमटी/पीइटी फेज के लिए चयन किया जायेगा. इस साल की परीक्षा के नियमों में कुछ बदलाव किये गये हैं. तय किया गया है कि सिविक वॉलंटियर, विलेज पुलिस और दूसरे सहयोगी पुलिस कर्मी कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में शामिल हो सकेंगे. उधर, अभ्यर्थियों को कथित तौर पर प्रश्नपत्र मुहैया कराने के मामले में बंगाल और झारखंड पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. बर्दवान से 10, दीघा से सात और झारखंड के झरिया से 17 लोग गिरफ्तार किये गये हैं. इनके अलावा नदिया के कल्णायी से मोबाइल डिवाइस के साथ छह परीक्षार्थियों को गिरफ्तार किया गया. यही नहीं, परीक्षा के नाम पर झांसा देकर लाखों रुपये ठगने के आरोप में उत्तर 24 परगना के बशीरहाट से एक सिविक वॉलंटियर को गिरफ्तार किया गया है. बर्दवान के बुदबुद थाना क्षेत्र के देवशाला ग्राम पंचायत अंतर्गत कलमडांगा ग्राम से सटे जंगल में शनिवार रात कांस्टेबल नियुक्ति परीक्षा का प्रश्नपत्र बेचने के नाम पर चल रहे फर्जीवाड़े का पुलिस ने भंडाफोड़ किया. इस कार्रवाई में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया. बर्दवान स्टेशन पर तीन आरोपियों को पहले पकड़ा गया था. मामले में अबतक कुल दस आरोपी पकड़े गये. आरोपियों को रविवार को बर्दवान कोर्ट में पेश किया गया. जांच अधिकारी ने दस में से दो आरोपियों कौशिक घोष और सुजीत प्रामाणिक की सात दिनों की पुलिस रिमांड की अपील की. अदालत ने पांच दिनों की रिमांड मंजूर की. मौके से दो वाहन, एक पानी का टैंकर और अनेकों दस्तावेज पुलिस ने जब्त किया है.

गौरतलब है कि 11,749 कांस्टेबल पद के लिए रविवार को राज्यभर में कुल 2266 केंद्रों पर लिखित परीक्षा आयोजित हुई. इस परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करने के मामले को लेकर झारखंड और बंगाल के विभिन्न जगहों पर शनिवार को पुलिस की छापेमारी चली. झरिया (झारखंड) के एक लॉज में हुई छापेमारी में 17 लोग पकड़े गये. परीक्षा के 272 एडमिट कार्ड और अन्य दस्तावेज जब्त जब्त किये गये. यहां परीक्षार्थियों को परीक्षा के प्रश्न का उत्तर याद करवाया जा रहा था. इसी कड़ी में बुदबुद थाना क्षेत्र इलाके में भी छापेमारी हुई और सात आरोपी पकड़े गये. जंगल के बीच टेंट लगाकर पैसे लेकर कथित तौर पर कांस्टेबल परीक्षा का प्रश्नपत्र देने की तैयारी चल रही थी. पानी का टैंकर भी यहां रखा गया था. उधर, धनबाद के सिटी एसपी ऋत्विक श्रीवास्तव ने रविवार को एसएसपी कार्यालय में पत्रकार वार्ता की. इस दौरान एसडीपीओ आशुतोष कुमार सत्यम समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद थे. बताया कि शनिवार को एंटी-क्राइम चेकिंग के दौरान घनुवाडीह पुल के पास एक वाहन को रोका गया था. पूछताछ में वाहन सवारों ने बताया कि वे सभी पश्चिम बंगाल के निवासी हैं. वहीं पता चला कि सभी 30 नवंबर को आयोजित होने वाली पश्चिम बंगाल पुलिस भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह से जुड़े हैं. इसके बाद पुलिस ने झरिया के बंधन लॉज में छापेमारी की. वहां अभ्यर्थियों को परीक्षा के संभावित प्रश्न और उत्तर रटाये जा रहे थे. छापेमारी में पुलिस को दो रजिस्टर मिले जिनमें प्रश्न और उत्तर दर्ज थे. महत्वपूर्ण बांग्ला व अंग्रेजी नोट्स, 273 परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड, 67 मोबाइल फोन, 32 कलाई घड़ियां, परीक्षार्थियों के मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक खाते और चेकबुक से संबंधित दस्तावेज, कागज-कलम आदि बरामद किये गये. एक चारपहिया वाहन भी जब्त किया गया.

दो से पांच लाख रुपये में दिये जा रहे थे प्रश्नपत्र व उत्तर

सिटी एसी ने बताया कि जब पूछताछ की गयी तो इन लोगों ने बताया कि एक परीक्षार्थी से दो से पांच लाख रुपये लिये गये हैं. उन लोगों को धनबाद बुलाकर सभी को लॉज में ठहराया गया है और सभी को प्रश्नपत्र व उत्तर याद कराकर वापस भेजा जा रहा है. सौ से ज्यादा अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र व उत्तर याद करा कर भेजा जा चुका है. वहीं और युवाओं को भी उत्तर रटाकर भेजना था, लेकिन इसके पहले गिरोह के सदस्य पकड़े गये.

23 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

पुलिस ने झरिया थाना में प्राथमिकी दर्ज की है. इसमें 17 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है. इनके अलावा अमजद, विश्वजीत, राहुल गुप्ता, सोनू ड्राइवर के अलावा राज शेखर गोस्वामी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इन लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.

आजाद और विश्वजीत हैं गैंग के सरगना

सिटी एसपी ने बताया कि इस गैंग का सरगना आजाद और विश्वजीत हैं. दोनों फरार हैं. पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. पकड़े गये लोगों ने बताया कि लॉज के मालिक राजशेखर गोस्वामी और उसके पुत्र ऋषि गोस्वामी सभी के ठहरने से लेकर खाने-पीने की व्यवस्था कर रहे थे. गिरोह के एक सदस्य का काम जो भी अभ्यर्थी प्रश्नपत्र व उत्तर याद कर चुके हैं, उन्हें आसनसोल में छोड़ना था. वहां गैंग का एक सदस्य लगा रहता था, जो अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पर छोड़ देता था.

बर्दवान से पकड़े गये आरोपी

बर्दवान से नदिया जिले के चकदाह थाना अंतर्गत प्रियनगर, बीएस आश्रम गांव के निवासी सुरजीत अधिकारी उर्फ सुरू (30), कौशिक चटर्जी उर्फ गुल्लू (25), जंगलग्राम, मदनपुर के निवासी संजू सरकार (27 साल), शांतिपुर थाना क्षेत्र के कौशिक घोष (25), कृष्णनगर थाना क्षेत्र के कचरीपाड़ा निवासी राकेश घोष (26), मालदा जिले के बामनगोला थाना क्षेत्र के झाकलडांगा निवासी सुजीत प्रामाणिक (25), पुरुलिया जिले के जयपुर थाना क्षेत्र के पालशडीह गांव निवासी दिबेन्दू महतो (30), टामना थाना क्षेत्र के गोबिंदपुर गांव निवासी राधाकांत कर्मकार (32), बड़ाबाजार थाना क्षेत्र के कानदेव गांव के निवासी करुणामय महतो (26) और अभिषेक महतो (26) को पुलिस ने गिरफ्तार किया.

झरिया से गिरफ्तार 17 में ज्यादातर नदिया के

पश्चिम बंगाल में रविवार हुी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करने के मामले में धनबाद पुलिस ने शनिवार को झरिया स्थित बंधन लॉज में छापेमारी कर 17 लोगों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों में पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के थानापाड़ा पंडितपुर निवासी मंजारूल हक मंडल, नातीदंगा शुभराजपुर निवासी सफीकुल शेख, शमीम अख्तर मंडल, शाहीन शाह, शेखपाड़ा शुभराजपुर निवासी अब्दुल्लाह शेख, आमिर सोहेल, दोरादाह निवासी किरण शेख, हंसखली थाना क्षेत्र के नगरपोता निवासी बबलू मंडल, मो अमीरूल मंडल, चाकदह पोदोबिला निवासी सैकलेन मंडल, राणाघाट तारापुर निवासी सुमित कुमार मंडल, चालदह निवासी चंदन चक्रवर्ती, राणाघाट हबीबपुर निवासी शुभांकर मंडल, राणाघाट निवासी अरुप मंडल, झरिया राजबाड़ी रोड निवासी बंधन लॉज के संचालक ऋषि राज गोस्वामी, पूर्व बर्दवान के केतुलग्राम निवासी उज्ज्वल शेख व धनसार थाना क्षेत्र के सोनू कुमार शामिल हैं.

फर्जीवाड़े के धंधे में सक्रिय है बड़ा गिरोह

गिरफ्तार आरोपियों से प्राथमिक पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि यह काफी बड़ा नेटवर्क है. काफी गैंग इसमें सक्रिय हैं. इनका पहला काम दो सौ से तीन सौ उम्मीदवारों को चयन करना होता है. 10 से 12 लाख रुपये का समझौता होता है, लेकिन यह पैसा नौकरी होने के बाद देने की बात होती है. पहले फर्जी प्रश्नपत्र मुहैया कराया जाता है. इसके एवज में 50 हजार से एक लाख रुपये लिया जाता है. इन तीन सौ उम्मीदवारों में से चार-पांच का सामान्य तौर पर हो जाता है. बस ये उनसे ही अपना पैसा वसूलते हैं और बाकी को छोड़ देते हैं. कोई झमेला करता है तो प्रश्नपत्र का पैसा लौटा देते हैं. यह धंधा हर परीक्षा में चलता है. एक परीक्षा से एक गैंग एक से दो करोड़ रुपये कमा लेता है. ऐसे सैकड़ो गैंग सक्रिय है, जो उम्मीदवारों को अपने जाल में फंसाते हैं.

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