शिक्षा मंत्री ने ट्वीटर पर दिया जवाब, राज्यपाल ने कहा मजा आया

कोलकाता : राज्य सरकार और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच बयानबाजी की जंग खत्म होती नहीं दिख रही. इसमें ताजा संयोजन शिक्षा से जुड़े मसले पर राज्य सरकार के साथ राज्यपाल की बातचीत का मुद्दा है. मुख्यमंत्री के पत्र को राज्यपाल द्वारा ट्वीट किये जाने पर शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने आपत्ति जताते हुए कहा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 30, 2019 6:37 AM

कोलकाता : राज्य सरकार और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच बयानबाजी की जंग खत्म होती नहीं दिख रही. इसमें ताजा संयोजन शिक्षा से जुड़े मसले पर राज्य सरकार के साथ राज्यपाल की बातचीत का मुद्दा है. मुख्यमंत्री के पत्र को राज्यपाल द्वारा ट्वीट किये जाने पर शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि उक्त पत्र गोपनीय था और उसे सार्वजनिक करना गलत है.

रविवार को शिक्षा मंत्री ने शिक्षा विभाग से जुड़ी जानकारियां राज्यपाल को ट्वीट करते हुए दीं. साथ ही यह भी लिखा कि चूंकि राज्यपाल ने मुख्यमंत्री के पत्र को सोशल मीडिया के मंच पर पोस्ट किया था. इसीलिए वह भी जरूरी तथ्यों की जानकारी उसी तरीके से दे रहे हैं.
पार्थ चटर्जी के इस बयान पर राज्यपाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि उन्हें सच में यह देख कर मजा आया. साथ ही मुख्यमंत्री के पत्र को सार्वजनिक किये जाने को स्पष्ट भी किया.
क्या है मामला :
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा उन्हें लिखे पत्र को राज्यपाल ने शनिवार को ट्वीट करके पोस्ट किया था. मुख्यमंत्री ने लिखा था कि शिक्षा से संबंधित मुद्दों पर शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी उनके साथ चर्चा करेंगे.
राज्यपाल ने उक्त पत्र को पोस्ट करते हुए लिखा था कि यह सकारात्मक कदम है. हालांकि शनिवार शाम को ही पार्थ चटर्जी ने संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री के पत्र को सार्वजनिक किये जाने पर आपत्ति जतायी थी.
रविवार को उन्होंने शिक्षा विभाग से जुड़ी जानकारियों को ट्विटर के जरिये ही राज्यपाल को दिया. साथ ही यह भी लिखा कि मुख्यमंत्री के पत्र को जिस तरह उन्होंने सोशल मीडिया पर दिया उसी तरह वह भी जवाब दे रहे हैं. राज्यपाल ने लिखा कि यह देख कर उन्हें मजा आया. मुख्यमंत्री का संवाद दूरदर्शिता दिखाता है, इसलिए उन्होंने ऐसा किया था. मंत्री इसकी जांच कर सकते हैं कि मुख्यमंत्री का उक्त गंभीर संवाद सभी चैनलों की स्क्रीन पर था. जैसे को तैसा का वक्त नहीं है. आशा है कि हम उसी तरह आगे बढ़ेंगे जैसा कि मुख्यमंत्री ने कहा है और मुद्दों पर चर्चा होगी.

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