प्रवासी बंगाल के युवाओं ने की मांग, बंगाल में केंद्र सरकार करे हस्तक्षेप

कोलकाता : नयी दिल्ली में रहने वाले बंगाल के प्रवासी युवाओं ने पश्चिम बंगाल में केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग करते हुए राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की. मंगलवार को नयी दिल्ली के कॉन्सिट्यूशन क्लब में ‘सेव द बंगाल’ संगोष्ठी के अवसर पर ये मांग की. परिचर्चा के दौरान मुख्य वक्ता के रूप में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 15, 2019 8:49 PM

कोलकाता : नयी दिल्ली में रहने वाले बंगाल के प्रवासी युवाओं ने पश्चिम बंगाल में केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग करते हुए राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की. मंगलवार को नयी दिल्ली के कॉन्सिट्यूशन क्लब में ‘सेव द बंगाल’ संगोष्ठी के अवसर पर ये मांग की. परिचर्चा के दौरान मुख्य वक्ता के रूप में भाजपा के महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य मुकुल राय उपस्थित थे.

संगोष्ठी के दौरान बंगाल में हाल में राजनीतिक हिंसा की घटनाओं का जिक्र हुआ तथा पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले और उन्हें झूठे मामले में फंसाने का मुद्दा उठाया गया. इसी अवसर पर बंगाल के प्रवासी युवाओं ने बंगाल में केंद्रीय हस्तक्षेप की मांग करते हुए राज्य से ममता बनर्जी की सरकार को हटाने की मांग की.

इस अवसर पर श्री विजयवर्गीय ने कहा कि बंगाल की राजनीतिक हिंसा सचमुच चिंताजनक है. जिस तरह से प्रत्येक दिन भाजपा के कार्यकर्ताओं की हत्याएं हो रही हैं. उससे साफ हो जाता है कि राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से बदहाल है. उन्होंने कहा, लेकिन हमारा आदर्श में किसी भी लोकतांत्रिक रूप से चुनी सरकार को डिस्टर्ब नहीं करना है. हम चाहते हैं कि सरकार पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करे.

हमारा प्रजातंत्र पर पूर्ण विश्वास है, लेकिन यदि राज्य की कानून व्यवस्था खराब है, तो राज्यपाल इस बाबत केंद्र सरकार को रिपोर्ट दे. राज्यपाल कानून व्यवस्था की समीक्षा करे. केंद्र सरकार को अवगत कराये. इस अवसर पर श्री राय ने भी राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि राज्य में लोकतंत्र का गला घोटा जा रहा है. लोकतांत्रिक व्यवस्था का हनन हो रहा है.

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