बंगाल में ‘दीदी के बोलो’ के मुकाबले अब ‘दादा के बोलो’
।। अजय विद्यार्थी ।।... कोलकाता : लोकसभा चुनाव में खराब परिणाम के बाद तृणमूल कांग्रेस ने राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की सलाह पर ‘दीदी के बोलो’ कार्यक्रम शुरू किया है. इसके तहत निर्दिष्ट मोबाइल नंबर में अपनी शिकायत दर्ज कराने की सुविधा है. प्रदेश भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस को चुनौती देने के लिए ‘दीदी के […]
।। अजय विद्यार्थी ।।
कोलकाता : लोकसभा चुनाव में खराब परिणाम के बाद तृणमूल कांग्रेस ने राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की सलाह पर ‘दीदी के बोलो’ कार्यक्रम शुरू किया है. इसके तहत निर्दिष्ट मोबाइल नंबर में अपनी शिकायत दर्ज कराने की सुविधा है.
प्रदेश भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस को चुनौती देने के लिए ‘दीदी के बोलो’ के जवाब में ‘चा चक्रे दिलीप दा’ (दादा के बोलो) अभियान शुरू करने का निर्णय किया है. ‘चा चक्रे दिलीप दा’ में किसी मोबाइल नंबर की मदद नहीं ली जायेगी, वरन प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष निर्दिष्ट निर्धारित समय और स्थान पर जायेंगे और आम लोगों के साथ बातचीत करेंगे.
उल्लेखनीय है कि इसके पहले लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘चाय पर चर्चा’ अभियान चलाया था. श्री घोष ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस ने ‘दीदी के बोलो’ अभियान शुरू करने के बाद भाजपा के कार्यकर्ताओं की यह मांग आ रही थी कि भाजपा ने कुछ जनसंपर्क अभियान शुरू करे.
उन्होंने कहा कि वह प्राय: ही लोगों से मिलते रहते हैं तथा जहां भी मिलते हैं. खुलकर बात करते हैं. वह सुबह प्रात: भ्रमण पर भी जाते हैं, तो उनकी सदा ही 20-25 लोगों से बातचीत होती है, लेकिन अब इस अभियान के तहत एक निर्धारित समय और स्थान तय कर दिया जायेगा और वहां पर वह आम लोगों के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे.
