सिर्फ चुनाव के समय नहीं दिखते हर समय साथ रहते हैं : ममता

जल संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए जोड़ासांकू से गांधी मूर्ति पर निकाली पदयात्रा अब से प्रत्येक वर्ष 12 जुलाई को जल भरो दिवस का पालन करेगी राज्य सरकार कोलकाता : जल संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘जल बचाओ दिवस’ पर पदयात्रा निकाली. इस […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 13, 2019 1:13 AM

जल संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए जोड़ासांकू से गांधी मूर्ति पर निकाली पदयात्रा

अब से प्रत्येक वर्ष 12 जुलाई को जल भरो दिवस का पालन करेगी राज्य सरकार
कोलकाता : जल संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘जल बचाओ दिवस’ पर पदयात्रा निकाली. इस मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से पानी व बिजली बचाने की अपील की. इस मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हम सिर्फ चुनाव के समय नहीं दिखते, हर समय लोगों के बीच व उनके साथ रहते हैं, लेकिन कुछ लोगों को राजनीति करने से समय नहीं है.
इसलिए लोगों के साथ खड़े रहने की बजाय व वह राजनीति करने में जुट हुए हैं. गौरतलब है कि जल संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी सतर्क हो गयी हैं. शुक्रवार को महानगर में जोड़ांसाकू से गांधी मूर्ति तक पानी बचाने का संदेश देने के लिए पदयात्रा निकाली गयी. इस पदयात्रा के जरिए महानगर के लोगों को जल संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने का संदेश भी दिया गया. मुख्यमंत्री ने नागरिकों को ‘पानी बचाओ, जीवन बचाओ’ के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए कोलकाता में ‘पदयात्रा’ आयोजित की, जिसमें शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम, खेल राज्य मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला, टॉलीवुड निर्देशक राज चक्रवर्ती सहित समाज के सभी वर्ग के लोग उपस्थित रहे.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज पूरा देश जल संकट से जूझ रहा है. हमारी सरकार जल संरक्षण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, लेकिन जब तक आम जनता सरकार की योजनाओं से नहीं जुड़ेगी, जल संरक्षण के प्रति जागरूक नहीं होगी. तब तक इस समस्या का समाधान नहीं होगा. मुख्यमंत्री ने राज्य के हर एक नागरिक से अपने घर से जल संरक्षण शुरू करने की अपील की. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के कई राज्यों में जल संकट देखने को मिला है और अगर हम आज सचेत नहीं हुए तो भविष्य में यहां भारी जल संकट देखने को मिल सकता है. चेन्नई के जल संकट का उदाहरण देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि चेन्नई में जैसी स्थिति है, बंगाल में वैसी स्थिति पैदा होने के पहले ही हमें सचेत होना होगा. कई लोगों का तो यह भी कहना है कि 20 साल बाद पेट्रोल से भी अधिक कीमत पर पानी बिकेगा.
इसलिए जितने पानी की जरूरत है, उतने पानी का ही व्यवहार करें. कोलकाता में भी जल संकट पैदा होने से पहले ही हम संरक्षण में जुट जाएंगे तो यहां ऐसी स्थिति पैदा नहीं होगी. मुख्यमंत्री ने आगे दावा करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने जल संरक्षण के लिए ‘जल धरो, जल भरो’ सहित कई योजनाएं शुरू की है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि 2011 में सरकार बनने के बाद विगत आठ सालों में तीन लाख से अधिक तालाब खोदे गये हैं. इसके कारण वर्षा जल संचयन संभव हो सका है और बाढ़ के प्रकोप को रोका जा सका है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब से प्रत्येक वर्ष 12 जुलाई को राज्य सरकार की ओर से ‘जल भरो दिवस’ का पालन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि बंगाल जो आज सोचता है, पूरा देश वह कल सोचता है. आज हमने जल संरक्षण के लिए मुहिम शुरू कर दी है, अब अन्य राज्य भी हमें देख कर ऐसा शुरू करेंगे.
घरवाले ही मुझे कहते हैं कंजूस
मुख्यमंत्री ने कहा कि घर वाले ही मुझे कंजूस कहते हैं, क्योंकि वह हम मेरे कमरे में आते हैं तो कहते हैं कि लाइट इतनी कम क्यों है. आप तो बहुत कंजूस हैं. उनको वह कहती हैं कि जितना जरूरी है, उतना ही लाइट मैं जलाती हूं. मुझे बेवजह बिजली खर्च नहीं करना है.

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