पांच फर्जी एनआइए अधिकारी गिरफ्तार

कोलकाता : विधाननगर कमिश्नरेट अंतर्गत न्यूटाउन थाना क्षेत्र के अकांक्षा मोड़ के पास से मंगलवार की रात खुद को नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) अधिकारी बताने वाले पांच फर्जी एनआइए अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है. देर रात यह लोग इलाके में किसी वारदात को अंजाम देने के इरादे से एकत्र हुए थे. उनके पास से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 21, 2019 1:39 AM

कोलकाता : विधाननगर कमिश्नरेट अंतर्गत न्यूटाउन थाना क्षेत्र के अकांक्षा मोड़ के पास से मंगलवार की रात खुद को नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) अधिकारी बताने वाले पांच फर्जी एनआइए अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है. देर रात यह लोग इलाके में किसी वारदात को अंजाम देने के इरादे से एकत्र हुए थे. उनके पास से पुलिस की स्टीकर लगी कार और मोटरसाइकिल समेत कुछ मोबाइल फोन जब्त किये गये हैं. तलाशी के दौरान पुलिस ने उनके पास से फर्जी आइकार्ड और नकली पिस्तौल भी बरामद किये हैं.

पुलिस के मुताबिक, दिलीप शर्मा (54), अमर शर्मा (59), गोपाल कर्मकार (32), संजय साव (41) और फकरुद्दीन अली (42) को गिरफ्तार किया गया है. दिलीप हावड़ा के गोलाबाड़ी के मुंशी जेलर रहीम लेन का निवासी है, जबकि अमर शर्मा मोचीपाड़ा के महिंद्रा मित्रा रोड का रहने वाला है. गोपाल दमदम के विवेकानंद पल्ली शिबतल्ला, संजय बेलियाघाटा के कवि शुकांत सरणी और फकरुद्दीन फुलबागान के नारकेलडांगा मेन रोड का निवासी है.

बताया जाता है कि मंगलवार रात पांचों पुलिस की स्टीकर लगी एक कार के साथ इलाके में घूम रहे थे. इसकी भनक लगते ही मौके पर न्यूटाउन थाने की पुलिस पहुंची. पुलिस ने पांचों से उनका परिचय पूछा और वजह जानने की कोशिश की. इस दौरान पांचों ने खुद को एनआइए अधिकारी बताया. पहचान पत्र मांगे जाने पर कुछ भी नहीं दिखाते हुए एक विशेष ऑपरेशन की बात कही. इसके बाद जांच पड़ताल करने पर पुलिस को पता चला कि पांचों फर्जी हैं. तुरंत उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने उनके पास से एक मोटरसाइकिल और फर्जी रजिस्ट्रेशन वाली कार जब्त की है.

विधाननगर के डीसी (मुख्यालय) अमित पी ज्वालगी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ आइपीसी की धारा 419/468/384/120बी के तहत मामला दर्ज किया गया है. इनके साथ जुड़े और लोगों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है. प्राथमिक पूछताछ के बाद पुलिस का अनुमान है कि पांचों रात में पुलिस का स्टीकर लगाकर खुद को अधिकारी बताकर आने-जाने वाले गाड़ी चालकों और व्यवसायियों से रंगदारी के तौर पर रुपये वसूला करते थे. फिलहाल आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है.

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