ममता का आरोप – राज्य के फंड से चलनेवाली योजनाओं को अपना बता रहा केंद्र, कहा – सेंट्रल पोर्टल का प्रयोग बंद करें अधिकारी

अमर शक्ति, गंगासागर : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को नामखाना में दक्षिण 24 परगना जिले में चल रहीं योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर राज्य सरकार द्वारा दिये जानेवाले डाटा का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. साथ ही राज्य सरकार द्वारा दिये गये रुपये से अपना प्रचार-प्रसार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 28, 2018 1:32 AM
अमर शक्ति, गंगासागर : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को नामखाना में दक्षिण 24 परगना जिले में चल रहीं योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर राज्य सरकार द्वारा दिये जानेवाले डाटा का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. साथ ही राज्य सरकार द्वारा दिये गये रुपये से अपना प्रचार-प्रसार करने का आरोप लगाया.
मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार के सभी विभागों के सचिव को निर्देश दिया कि वह सेंट्रल पोर्टल अर्थात केंद्र सरकार के पोर्टल का प्रयोग ना करें और ना ही राज्य सरकार के किसी भी विभाग का कोई डाटा शेयर करें.
क्योंकि राज्य का डाटा लेकर केंद्र सरकार इसका गलत इस्तेमाल कर रही है. वह यहां से डाटा तो चोरी कर रहे हैं, लेकिन राज्य को फंड नहीं दे रहे. उन्होंने अधिकारियों से सिर्फ अपने पोर्टल का व्यवहार करने की हिदायत दी.
किसानों के साथ राजनीति कर रहा केंद्र: समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर किसानों की फसल बीमा योजना में राजनीति करने का आरोप लगाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि फसलों के सहायक मूल्य व फसल बीमा योजना पर केंद्र की मंशा ठीक नहीं है.
फसल बीमा योजना का 80 प्रतिशत राशि का भुगतान राज्य सरकार करती है, जबकि केंद्र सरकार सिर्फ 20 प्रतिशत अनुदान देती है. कम अनुदान देने के बाद भी केंद्र सरकार बड़े स्तर पर बीमा योजना का प्रचार-प्रसार कर इसका राजनीतिक लाभ उठाने की साजिश कर रही है.
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि योजनाओं पर काम कम हो रहा है, उसका प्रचार अधिक किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार फसल बीमा योजना पर खर्च होनेवाली पूरी राशि का भुगतान राज्य सरकार करेगी. उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी मंत्री, विधायक, जिला परिषद व पंचायत समिति के सदस्यों को फसल बीमा योजना के संबंध में जागरूक करने के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया.
ग्रामीण रास्तों पर बांग्ला सड़क योजना का बोर्ड लगाने का निर्देश: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के सभी ग्रामीण रास्तों पर प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की बजाय बांग्ला सड़क योजना का बोर्ड लगाने का निर्देश दिया.
उन्होंने कहा कि बंगाल में ग्रामीण रास्तों का निर्माण राज्य सरकार अपने दम पर कर रही है, इसलिए नाम भी उनका ही होगा. इसी प्रकार, उन्होंने राज्य में चल रहे आवास योजना के तहत चल रहीं योजनाओं को भी बांग्ला आवास योजना के तहत प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया.
पुलिस के साथ बेहतर तालमेल बनाकर करें काम: कोलकाता. कुलपी के विधायक योगराज हालदार को ममता ने सबके सामने फटकार लगाई और पुलिस के साथ बेहतर तालमेल रखते हुए काम करने की सलाह दिया. हुआ यूं कि मुख्यमंत्री जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर रही थी.
तभा विधायक साहब ने कल्पी थाना के प्रभारी के खिलाफ बदमिजाजी करने और जनप्रतिनिधियों की बात नहीं सुनने संबंधी आरोप लगाया. यह सुनकर मुख्यमंत्री ने सीधे जिला के पुलिस अधिक्षक को फोन कर दिया. फोन पर पुलिस अधिक्षक ने ममता बनर्जी को बताया कि जिस थाना प्रभारी पर आरोप लगा है वह जिले का बेहतरीन पुलिस अधिकारी है.
रहा सवाल शिकायत का तो विधायक साहब की यह शिकायत चार महीना पुरानी है. जब एक निर्माण कार्य के लिए सड़क पर ही ईंट बालू और पत्थर रख दिया गया था. उसकी वजह से एक सड़क हादसे में कई लोग मर गए थे. उसी घटना में जब थाना प्रभारी ने सख्ती दिखाते हुए सड़क को रोकने वालों से सख्त कार्रवाई किया था तो विधायक जी आडे आ गए.
तभी से वह उक्त पुलिस अधिकारी से खुन्नस खाए हुए हैं. ममता ने पुलिस को जन प्रतिनिधियों और आम जनता के लिए बेहतर तालमेल रखने की हिदायत देते हुए फोन रख दिया. इसके बाद उन्होने विधायक को फटकार लगाते हुए कहा कि आगे से वह लोगों से संबंध बेहतर रखते हुए काम करें.
जन गण मन वर्षों से देश को एकजुट रख रहा है : सीएम
गंगासागर : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ ने देश के लोगों को एकजुट किया है और वर्षों से उन्हें प्रेरित कर रहा है. यह गीत नोबेल पुरस्कार से सम्मानित रवींद्रनाथ टैगोर ने लिखा था और पहली बार 1911 में गाया गया था.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गीत आजादी के लिए देश के संघर्ष में बंगाल की भूमिका को दिया गया सम्मान है. सुश्री बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि जन गण मन 1911 में आज के दिन पहली बार गाया गया था.
हमारा राष्ट्रगान हमें एकजुट करता है और वर्षों से देश को प्रेरित कर रहा है. उन्होंने कहा : रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा लिखे गये गीत को राष्ट्रगान चुनना आजादी के आंदोलन में बंगाल की अहम भूमिका को सम्मान देना भी है. संविधान सभा ने 24 जनवरी 1950 को ‘जन गण मन’ को आधिकारिक तौर पर राष्ट्रगान चुना था. इस गीत का हिंदी में अनुवाद आबिद अली ने किया था.

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