विश्वभारती विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति विद्युत चक्रवर्ती ने अपना पदभार संभाला

शांतिनिकेतन : विश्वभारती विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति विद्युत चक्रवर्ती ने अपना पदभार संभाल लिया है. महीने भर पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दी थी.... दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर चक्रवर्ती सपरिवार शुक्रवार सुबह शांतिनिकेतन पहुंचे और उन्होंने कार्यवाहक कुलपति साबुज कोली सेन से प्रभार ग्रहण करने से पहले विश्वविद्यालय परिसर में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 10, 2018 5:30 PM

शांतिनिकेतन : विश्वभारती विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति विद्युत चक्रवर्ती ने अपना पदभार संभाल लिया है. महीने भर पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दी थी.

दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर चक्रवर्ती सपरिवार शुक्रवार सुबह शांतिनिकेतन पहुंचे और उन्होंने कार्यवाहक कुलपति साबुज कोली सेन से प्रभार ग्रहण करने से पहले विश्वविद्यालय परिसर में रवींद्रनाथ टैगोर को श्रद्धांजलि अर्पित की.

सेन ने कहा, ‘हम इस विश्वविद्यालय में चक्रवर्ती का सहृदयता से स्वागत करते हैं और आशा करते हैं कि सभी संबंधित लोग आगे आकर उनके साथ सहयोग करेंगे.’

यह केंद्रीय विश्वविद्यालय वर्ष 2016 से ही बिना किसी स्थायी प्रमुख के चल रहा है. तब सुशांत दत्तागुप्ता को तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने अनियमितताओं के आधार पर कुलपति के पद से हटा दिया था.

कवि गुरु रवींद्रनाथ टैगोर ने इस विश्वविद्यालय की स्थापना की थी. विश्वविद्यालय की कार्यवाहक रजिस्ट्रार सौगाता चट्टोपाध्याय ने कहा कि चक्रवर्ती ने यहां पहुंचने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों और शिक्षकों से संक्षिप्त बातचीत की.

चट्टोपाध्याय ने कहा, ‘नये कुलपति पदभार ग्रहण करने से पहले अधिकारियों से मिले और वह रवींद्र भवन समेत विश्वविद्यालय के महत्वपूर्ण स्थानों पर गये. वह बाद में सुरी अपने पैतृक घर के लिए रवाना हो गये.’

विश्वभारती विद्यालय शिक्षक एसोसिएशन के अध्यक्ष सुदीप्त भट्टाचार्य ने उम्मीद जतायी कि चक्रवर्ती विद्यार्थियों और शिक्षकों की शिकायतों का निवारण करेंगे.

भट्टाचार्य ने कहा, ‘हम नयी शुरुआत के लिए आशान्वित हैं. नये कुलपति एक अनुभवी व्यक्ति एवं अच्छे विद्वान हैं. हमें लंबे समय तक प्रोन्नति से वंचित किया गया है और विश्वविद्यालय में कई पद खाली पड़े हुए हैं. हम आशा करते हैं कि संकटों के समाधान के लिए जरूरी कदम उठाये जायेंगे.’

बालीगंज गवर्नमेंट हाई स्कूल के छात्र रहे चक्रवर्ती ने कलकत्ता विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर किया और लंदन स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स से पीएचडीकीपढ़ाईपूरी की. वर्ष 1998 में वह राजनीति शास्त्र के प्रोफेसर के तौर पर दिल्ली विश्वविद्यालय से जुड़े.