तस्करों के चंगुल में फंसकर दो मजदूरों ने बेची किडनी

मालदा : तस्करों के चक्कर में पड़कर चांचल के दो दिहाड़ी मजदूरों ने अपनी किडनी बेच दी. इस मामले की जांच के लिए नदिया जिला पुलिस उनके घर पहुंची. पुलिस सूत्रों ने बताया कि चांचल थाने की भाकरी ग्राम पंचायत के नयाटोला गांव निवासी अंजारुल हक (32) पेशे से वैन चालक हैं. वहीं बालीडांगा गांव […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 4, 2018 1:04 AM

मालदा : तस्करों के चक्कर में पड़कर चांचल के दो दिहाड़ी मजदूरों ने अपनी किडनी बेच दी. इस मामले की जांच के लिए नदिया जिला पुलिस उनके घर पहुंची. पुलिस सूत्रों ने बताया कि चांचल थाने की भाकरी ग्राम पंचायत के नयाटोला गांव निवासी अंजारुल हक (32) पेशे से वैन चालक हैं.

वहीं बालीडांगा गांव निवासी दीपक दास (35) दिहाड़ी मजदूर हैं. गत 23 अप्रैल को नैहाटी थाना पुलिस ने आठ किडनीदाताओं को एक मकान से नजरबंद अवस्था में बरामद किया था. इनमें से अंजारुल और दीपक चांचल के रहने वाले हैं. तस्करों ने दो लाख रुपये का प्रलोभन देकर इनकी किडनी ली थी. प्राथमिक पूछताछ में दोनों श्रमिकों ने नैहाटी थाना पुलिस को बताया कि वह काम-काज के लिए कोलकाता गये थे. वहां एक युवक के साथ उनका परिचय हुआ. उसी ने किडनी बेचने के बदले दो लाख रुपये देने का लालच दिया.

लेकिन अंजारुल और दीपक दास को महज 30-30 हजार रुपये देकर उनकी किडनी ले ली गई. इसके बाद से उन्हें नैहाटी के एक इलाके में नजरबंद करके रखा गया था.जांच के लिए चांचल पहुंचे नैहाटी के एक जांच अधिकारी ने बताया कि किडनी बेचने वालों ने बिहार के दिलीप राय का नाम किडनी तस्कर के रूप में लिया है. अंजारुल की पत्नी अख्तरी बीबी ने और दीपक दास के एक रिश्तेदार ने पुलिस को बताया कि दोनों के किडनी बेचने के बारे में उन लोगों को कोई जानकारी नहीं थी. गुरुवार को पुलिस जब आयी तब उन्हें इस बारे में पता चला.

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