23.90 लाख रुपये का कर दिया निवेश, शातिरों ने उड़ा लिये सारे रुपये
निवेश की गयी राशि पर 500 से 800 फीसदी तक रिटर्न और एक्सक्ल्युसिव आइपीओ एलोकेशन का वादा करके साइबर अपराधियों ने दुर्गापुर एनटीएस थाना क्षेत्र के विधाननगर इलाके के निवासी अजय कुमार यादव को अपने जाल में फंसाया और 23.90 लाख रुपये की ठगी कर ली.
आसनसोल/दुर्गापुर.
निवेश की गयी राशि पर 500 से 800 फीसदी तक रिटर्न और एक्सक्ल्युसिव आइपीओ एलोकेशन का वादा करके साइबर अपराधियों ने दुर्गापुर एनटीएस थाना क्षेत्र के विधाननगर इलाके के निवासी अजय कुमार यादव को अपने जाल में फंसाया और 23.90 लाख रुपये की ठगी कर ली. श्री यादव ने इसकी शिकायत स्थानीय थाने में दर्ज करायी. जिसके आधार पर एनटीएस थाना केस नंबर 143/25 में बीएनएस की धारा 319(2)/318(4)/316(2) के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई. श्री यादव ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्हें वीआइपी 508 नाम के एक व्हाट्सएप ग्रुप के साथ जोड़ा गया था, जहां सदस्यों ने इंडिया निवेश सिक्युरिटीज का प्रतिनिधित्व करने का दावा किया. शुरू में भरोसा जीतने के लिए उनलोगों ने स्टॉक टिप्स और मार्केट एनालिस्ट साझा किया. बाद में उनलोगों ने 18वां इन्वेस्टमेंट प्लान पेश किया. जिसमें 500 से 800 फीसदी रिटर्न और एक्सक्यूसीव आइपीओ एलोकेशन का वादा किया. असली दिखने के लिए उनलोगों ने सेवी की मंजूरी और इंस्टिट्यूशनल एक्सेस का दावा किया, जो बाद में पता चला कि झूठा था. ग्रुप में वान्या गिल और माल्या समीर उर्फ प्रोफेसर सदस्यों को डिपॉजिट और ट्रेंड्स के विषय में जानकारी देते थे.उनलोगों ने गूगल प्लेस्टोर से एक एप डाउनलोड करवाया, जिसमें एक प्रायमरी अकाउन्ट खोला गया. श्री यादव ने उनके दिये गये अलग-अलग बैंक अकाउन्ट्स में पैसे जमा किया, जो एप वॉलेट में दिखयी दे रहा था. कुल 23.90 लाख रुपये निवेश किया. 11 नवम्बर को उनके एप से एक आइपीओ सब्सक्राइब किया. विड्रॉल ब्लॉक कर दिया गया. 14 नवम्बर को एप ने दो करोड़ रुपये के 3,06,912 शेयरों का आइपीओ अलॉटमेंट दिखाया, जिसमें 300 फीसदी तक मुनाफा का वादा किया गया. यह फर्जी था, क्योंकि किसी भी ऑफिसियल आइपीओ स्टेटस में नहीं था. इसके बाद उनलोगों ने 15 नवम्बर को फोटोवोल्टिक पावर लिमिटेड के आइपीओ लिए प्रोसेसिंग फीस 27,75,669 रुपये की मांग की. उन्हें अहसास हो गया था कि वे साइबर अपराधियों के चंगुल में फंस चुके है. उनलोगों ने मेंटल टॉर्चर, बुलीइंग और धमकियां भी दी. जिसकी शिकायत उन्होंने थाने में की.
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