चिंगानी ग्राम पंचायत पर भाजपा का फिर कब्जा, तृणमूल को हुई मायूसी
वर्ष 2026 के विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही चिंगानी ग्राम पंचायत में दल-बदल का खेल तेज हो गया.
बांकुड़ा.
वर्ष 2026 के विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही चिंगानी ग्राम पंचायत में दल-बदल का खेल तेज हो गया. तृणमूल कांग्रेस ने 10 सितंबर को भाजपा सदस्यों तारापद पाल व गणेश मल्ला को अपने पक्ष में दिखा कर दावा किया कि ग्राम पंचायत उनका कब्जा फिर से हासिल कर चुकी है. हालांकि उसी रात, 260बी कमरकांटा बूथ के भाजपा सदस्य गणेश मल्ला और 260 ए बूथ के तारापद पाल भाजपा में लौट आये. भाजपा कार्यालय में पान और गंगाजल से उनका शुद्धीकरण किया गया. इससे चिंगानी ग्राम पंचायत फिर से भाजपा के बहुमत वाले नियंत्रण में आ गयी. 2023 के पंचायत चुनाव में भाजपा ने ग्राम पंचायत की 13 में से 7 सीटें जीतकर बोर्ड बनाया था. तृणमूल को 4, माकपा को 1 और आईएसएफ को 1 सीट मिली. बाद में माकपा का एक सदस्य तृणमूल में शामिल हुआ और तृणमूल की सीटें 5 हो गईं. फिर भाजपा के दो सदस्य तृणमूल में शामिल होने के बाद, वे फिर भाजपा में लौट आए और बहुमत कायम हुआ. भाजपा में लौटने वाले सदस्यों ने कहा कि तृणमूल में उन्हें नौकरी का लालच देकर और डर दिखाकर शामिल किया गया था. वहीं तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि भाजपा के विधायक ने सदस्यों को जबरन अपनी ओर खींचा. राजनीतिक विश्लेषक इसे दबाव और भय की राजनीति का उदाहरण मान रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
