विश्वभारती शांतिनिकेतन के स्टोर रूम से सैकड़ों कंप्यूटर चोरी, मचा हड़कंप
बीरभूम जिले के बोलपुर स्थित विश्वभारती शांतिनिकेतन के स्टोर रूम से सैकड़ों कंप्यूटर, यूपीएस, स्टेबिलाइजर्स और अन्य कीमती सामान चोरी होने से हड़कंप मच गया.
बोलपुर.
बीरभूम जिले के बोलपुर स्थित विश्वभारती शांतिनिकेतन के स्टोर रूम से सैकड़ों कंप्यूटर, यूपीएस, स्टेबिलाइजर्स और अन्य कीमती सामान चोरी होने से हड़कंप मच गया. गुरुवार को इसकी जानकारी मिलते ही शांतिनिकेतन थाने की पुलिस स्टोर रूम में पहुंची और घटना की जांच-पड़ताल में जुट गयी. मालूम रहे कि नोबेल चोरी की घटना के बाद शांतिनिकेतन में एक बार फिर चोरी के मामल से गरमा गया है. यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल विश्वभारती विश्वविद्यालय के ””हेरिटेज कोर”” एरिया में चोरी की घटना से हड़कंप मच गया है. कथित तौर पर विश्वविद्यालय के संपत्ति विभाग के एक स्टोर-रूम से सैकड़ों कंप्यूटर, लगभग 120 यूपीएस, स्टेबिलाइजर्स और अन्य कीमती सामान चोरी हो गये हैं. यह स्थान विश्वविद्यालय के चीनी भवन के पीछे का भंडार-कक्ष है, जिसकी सुरक्षा आमतौर पर सुरक्षा गार्ड करते हैं. हालांकि, सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं कि कैसे यह चोरी की वारदात हुई. स्थानीय सूत्रों की मानें, तो रात के अंधेरे में बदमाशों ने प्रवेश करने के लिए लोहे के गेट का ताला तोड़ दिया और तार की बाड़ काट दी. शुरुआती अनुमान है कि घटना रात में हुई है. मामला सामने आते ही यूनिवर्सिटी अधिकारियों ने शांतिनिकेतन पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने पहले ही जांच शुरू कर दी है और घटनास्थल का दौरा किया है.इस बीच, विश्वविद्यालय की सुरक्षा-व्यवस्था की कमी पर भी सवाल उठने लगा है. चूंकि हेरिटेज कोर एरिया एक संरक्षित क्षेत्र है, इसलिए 24 घंटे सुरक्षा गार्डों की मौजूदगी के बावजूद इतनी बड़ी चोरी के लिए अधिकारियों की ओर से लापरवाही के आरोप लगाए गए हैं. यह भी पता चला है कि विश्वविद्यालय की कई इमारतों में सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं, जिससे जांच में और मुश्किल होने की आशंका है.विश्व भारती में लगातार हो रही चोरी से आम लोगों और पूर्व छात्रों में गुस्सा है. एक स्थानीय विधायक और राज्य मंत्री ने कहा, विश्व भारती जैसे पारंपरिक संस्थानों में बार-बार होने वाली ऐसी घटनाओं को देखते हुए, सुरक्षा व्यवस्था का पुनर्मूल्यांकन करने की आवश्यकता है.व विश्व भारती प्रशासन ने यह भी कहा कि वे पुलिस जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरे और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी प्रणाली में सुधार करने की योजना बनाई जा रही है.इस घटना से एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया है- क्या नोबेल चोरी से सीख लेने के बाद भी शांतिनिकेतन इतना सावधान नहीं है? परंपरा और संस्कृति का केंद्र इस विश्वभारती विश्वविद्यालय में बार-बार हो रही चोरियों से चिंता बढ़ती जा रही है. मामले को लेकर पुलिस गंभीरता से घटना की जांच-पड़ताल में जुट गयी है.
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