केंदा में पुलिस ने पकड़ा अवैध बालू लदा डंपर
पुलिस ने डंपर को पकड़ने के बाद केंदा फाड़ी थाने के हवाले कर दिया और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है.
बेधड़क चल रहा अवैध बालू खनन व तस्करी का धंधा
जामुड़िया. तमाम सरकारी दावों के बावजूद जामुड़िया के केंदा फांड़ी क्षेत्र में अवैध बालू खनन का कारोबार खुलेआम फल-फूल रहा है. बालू माफिया बेखौफ होकर दिन-रात ट्रकों और डंपरों से बालू ढो रहे हैं, जिससे न केवल सरकारी राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है, बल्कि पर्यावरण को भी गंभीर क्षति पहुंच रही है. देर रात करीब 1:00 बजे, डोबराना मोड़ के पास से अवैध बालू से लदा एक डंपर जब्त किया गया.यह गाड़ी सिद्धपुर-बागडीहा इलाके से आ रही थी. पुलिस ने डंपर को पकड़ने के बाद केंदा फाड़ी थाने के हवाले कर दिया और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह सिर्फ एक गाड़ी की बात नहीं है. प्रतिदिन दर्जनों वाहन इसी मार्ग से गुजरते हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि बालू माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे पुलिस-प्रशासन की नाक के नीचे ही खनन और परिवहन को अंजाम दे रहे हैं.पर्यावरण व स्थानीय जीवन पर खतरा
अवैध बालू खनन से पर्यावरण और स्थानीय भूगोल को गंभीर नुकसान हो रहा है. नदियों और नालों से अंधाधुंध खनन के कारण जलस्तर प्रभावित हो रहा है और साथ ही भूमि धंसान और कटाव की घटनाएं भी बढ़ रही हैं. इससे क्षेत्र के गाँवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है.स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस द्वारा एक-दो डंपर पकड़ने से यह समस्या खत्म नहीं होगी, क्योंकि माफिया संगठित नेटवर्क के तहत काम कर रहे हैं. ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि पुलिस और प्रशासन की मिलीभगत के बिना इतने बड़े पैमाने पर अवैध खनन और परिवहन संभव नहीं है. अब यह देखना है कि केंदा पुलिस मामले में कितनी सख्ती दिखाती है और क्या वास्तव में इस अवैध कारोबार पर लगाम लग पायेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
