148 एकड़ पर 1800 करोड़ की लागत से बनेगी स्टील फैक्टरी
इसके लिए बुधवार को कारखाना के अधिकारियों ने भूमिपूजा संपन्न करायी.
निजी कंपनी के अधिकारियों ने की भूमिपूजा बड़ी संख्या में जुट गये ग्रामीण, मांगा विस्तृत ब्योरा व नौकरी का भरोसा पुरुलिया. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही घोषणा की थी कि पुरुलिया जिले के रघुनाथपुर में जंगल सुंदरी कर्मानगरी के तहत 72 हजार करोड़ से ज्यादा की लागत से औद्योगीकरण होगा. इसके तहत जिला के रघुनाथपुर प्रखंड-01 अंचल के नोतूनडी ग्राम पंचायत क्षेत्र के दुरमुठ व जोड़ाडी इलाके में 148 एकड़ पर निजी कंपनी नक्षित आयरन एंड स्टील प्राइवेट लिमिटेड की ओर से लोहा व इस्पात उत्पादन कारखाना लगाया जायेगा. इसके लिए बुधवार को कारखाना के अधिकारियों ने भूमिपूजा संपन्न करायी. हालांकि जब ये लोग गांव में निर्धारित स्थान पर भूमिपूजा कर रहे थे, तो स्थानीय भूमिदाता व अन्य ग्रामीण वहां पहुंच कर विरोध करने लगे. उनकी मांग थी कि कारखाना बनानेवाली संस्था और उसके बारे में विस्तार से जानकारी दी जाये. यहां के भूमिदाताओं व बेरोजगारों को रोजगार देने का आश्वासन भी मांगा गया. हालांकि निर्माण संस्था के अधिकारी एवं अन्य लोगों ने गांववालों के साथ विचार-विमर्श करने के बाद गांव के धर्मराज मंदिर में पहले दर्शन किया. फिर जमीन के एक हिस्से में भूमिपूजा की. स्थानीय भूमिदाता और ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2007 में राज्य औद्योगिक विकास निगम की ओर से हम लोगों की जमीन का अधिग्रहण किया गया था. बताया गया था कि एक बड़ी निजी संस्था यहां कारखाना निर्माण करेगी, जहां हम लोगों को रोजगार प्राप्त होगा, पर भूमिपूजा के बाद आज तक यहां कारखाना निर्माण नहीं हुआ है और अब फिर एक नयी संस्था यहां आयी है. ये लोग भी भूमिपूजा कर रहे हैं, लेकिन उन लोगों को इसकी कोई जानकारी नहीं दी गयी है. इसलिए स्थानीय ग्रामीण चाहते हैं कि पहले कारखाना बनाने आये अधिकारी उनलोगों को कारखाना के बारे में पूरी जानकारी दें. साथ ही जमीन दाता है एवं स्थानीय बेरोजगार हैं, उन्हें यहां नौकरी में प्राथमिकता दी जाये. ऐसे भी कई लोग हैं, जिन्होंने जमीन दी, पर आजतक उन्हें पूरा मुआवजा नहीं मिला है. उन्हें पर्याप्त मुआवजा देना होगा. औद्योगिक संस्था के महाप्रबंधक शैलेंद्र प्रसाद ने बताया कि पश्चिम बंगाल औद्योगिक विकास निगम की ओर से प्रथम चरण में उन लोगों को 148 एकड़ जमीन दी गयी है. इस पर 1800 करोड़ की लागत से आयरन एंड स्टील फैक्टरी लगायी जायेगी, जहां 1.02 मिलियन टन स्टील का उत्पादन होगा. इससे सीधे लगभग 1200 लोगों को रोजगार मिलेगा और परोक्ष रूप से 2000 से 2500 लोगों को रोजी मिलेगी. जल्द ही गांववालों के साथ चर्चा करने के बाद कारखाना का निर्माण कार्य शुरू होगा. दो से तीन वर्ष के बीच निर्माण कार्य पूरा करके उत्पादन चालू हो जायेगा.
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