ब्लास्टिंग से कांटागोड़िया के घरों में दरार
नॉर्थ सियारसोल ओसीपी में अनियंत्रित ब्लास्टिंग से आसपास के लोगों में है खौफ
जामुड़िया. ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड(इसीएल) के कुनुस्तोड़िया क्षेत्र में संचालित नॉर्थ सियारसोल ओसीपी खदान में हो रहे अनियंत्रित विस्फोटों के कारण जामुड़िया बोरो के वार्ड आठ स्थित कांटागोड़िया के इंद्रभूमि कॉलोनी के कई घरों में दरारें पड़ गयी हैं. सोमवार को एक घर की दीवार ढह जाने से स्थानीय निवासियों में दहशत फैल गई है. स्थानीय निवासियों के अनुसार, ईसीएल प्रबंधन द्वारा बिना किसी सावधानी के किए जा रहे विस्फोटों के कारण घरों में दरारें आ रही हैं.सोमवार को विश्वरूप दास के घर की दीवार पूरी तरह हिल गई और एक अन्य घर की दीवार का एक हिस्सा गिर गया. हालांकि, इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन इलाके में भय का माहौल है. स्थानीय कार्तिक माजी ने बताया कि इंद्रभूमि कॉलोनी और पास की आनंदनगर कॉलोनी में बीते कुछ समय से लगातार विस्फोटों के कारण भारी नुकसान हो रहा है. कहा कि दोपहर के समय होनेवाले अनियंत्रित विस्फोटों से पूरा इलाका कांप उठता है. इस समस्या को लेकर उन्होंने वर्ष 2021 से खदान प्रबंधन के साथ कई बैठकें की हैं और इसीएल प्रबंधन के सामने इस मामले को उठाया है, पर अभी तक कंपनी ने विस्फोटों को नियंत्रित करने या खदान के पास रहनेवालों को उचित सुविधाएं देने के लिए ठोस कदम नहीं उठाया है. कार्तिक माजी, मिथुन रक्षित ने कहा, “हमें हर दिन ऐसा लगता है जैसे हम भूकंप प्रभावित क्षेत्र में रह रहे हैं. हमें डर है कि किसी भी समय हमारे घर गिर सकते हैं. ” स्थानीय लोगों को कोयला खदान से आपत्ति नहीं है, लेकिन वे चाहते हैं कि विस्फोटों को नियंत्रित तरीके से किया जाये, जिससे इलाके का पर्यावरण सुरक्षित रहे. उन्होंने आरोप लगाया कि बार-बार मांग करने के बावजूद उनकी बात नहीं सुनी जा रही है. सोमवार की घटना के बाद, ईसीएल के अधिकारी मौके पर पहुंचे और विश्वरूप दास को आश्वासन दिया कि उनके घर की टूटी हुई बाउंडरीृ-वॉल को कंपनी द्वारा ठीक कराया जाएगा हालांकि, उन्होंने नियंत्रित विस्फोट की मांग पर कोई जवाब नहीं दिया. अब देखना यह है कि खदान प्रबंधन इस गंभीर मुद्दे पर क्या कार्रवाई करता है और स्थानीय निवासियों की चिंताओं का समाधान कैसे करता है.
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