ठेकेदारों के 900 करोड़ से ज्यादा बकाया पूजा बाद जलापूर्ति बंद करने की दी चेतावनी

जिला में पेयजल की समस्या दूर करके लोगों को राहत पहुंचाने के कार्य में जुटे पीएचइडी के ठेकेदार खुद भुखमरी के कगार पर हैं. पीएचइडी आरसीएफए डिवीजन-एक कार्यालय आसनसोल के अंतर्गत कार्य करनेवाले करीब 150 ठेकेदारों का वर्ष 2022 से लेकर अबतक विभिन्न कार्यों के एवज में 900 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है.

By AMIT KUMAR | September 23, 2025 9:42 PM

आसनसोल.

जिला में पेयजल की समस्या दूर करके लोगों को राहत पहुंचाने के कार्य में जुटे पीएचइडी के ठेकेदार खुद भुखमरी के कगार पर हैं. पीएचइडी आरसीएफए डिवीजन-एक कार्यालय आसनसोल के अंतर्गत कार्य करनेवाले करीब 150 ठेकेदारों का वर्ष 2022 से लेकर अबतक विभिन्न कार्यों के एवज में 900 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है. इस बकाया पैसे का भुगतान जल्द से जल्द करने की मांग को लेकर पीएचइडी वेलफेयर कांट्रेक्टर्स एसोसिएशन के बैनर तले ठेकेदारों ने मंगलवार को आरसीएफए डिवीजन-एक के कार्यकारी अभियंता के कार्यालय के समक्ष आंदोलन किया, लेकिन यहां से कोई सकारात्मक आश्वासन नहीं मिला. एसोसिएशन के सदस्य मृत्युंजय मुखर्जी ने कहा कि ठेकेदार बाहर से कर्ज लेकर कार्य पूरा हैं, पैसा मिलने पर ब्याज के साथ कर्ज का भुगतान कर देते हैं. रोटेशन में पैसे का लेनदेन चलता रहता है. वर्ष 2022 से कार्य का पैसा नहीं मिल रहा है. जिससे ब्याज बढ़ता ही जा रहा है. अधिकांश ठेकेदार सामान्य परिवार से हैं, उनके लिए अब आगे और काम करना नामुकिन हो गया है. उनके सामने आत्महत्या ही अब शेष रास्ता बच गया है. कर्जदार नियमित आकर दाबाव बना रहे हैं, प्रशासन पैसा दे नहीं रहा है. दुर्गपूजा के बाद यदि पैसे का भुगतान नहीं हुआ तो पूरा काम बंद कर दिया जाएगा. गौरतलब है कि पूरे राज्यभर में पीएचइडी के ठेकेदार अपनेबकाया पैसे को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन बकाया राशि के भुगतान को लेकर उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है. जिसके कारण वे लोग अब काम बंद करने की राह पर हैं. ठेकेदार यदि एक दिन के लिए भी कार्य बंद कर देते हैं तो त्राहिमाम मच जाएगा. आसनसोल में स्थित पीएचइडी आरसीएफए-एक कार्यालय के समक्ष आंदोलन करते हुए, ठेकेदारों ने मंगलवार को प्रशासन को अल्टीमेटम दे दिया है. पैसा दो अन्यथा दुर्गपूजा के बाद से कार्य बंद.

वर्ष 2022 उपचुनाव से लेकर अब तक के सभी चुनावों में हुए कार्यों का पैसा है बाकी

पीएचइडी के ठेकेदार मृत्युंजय मुखर्जी ने बताया कि वर्ष 2022 में आसनसोल लोकसभा का उपचुनाव और 2024 में साधारण चुनाव हुआ था. इसमें केंद्रीय अर्धसैनिक बल के जवानों के रहने का पूरा इंतजाम के साथ सभी बूथों हुए बुनियादी कार्य का पैसा अभी तक नहीं मिला. वर्ष 2023 के पंचायत चुनाव में हुए कार्य पैसा, टैंकरों से गली, मुहल्ले तक पेयजल पहुंचाने और सबसे अहम जल जीवन मिशन के कार्य के पैसे का भुगतान नहीं हुआ है. 900 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है. 500 श्रमिक प्रतिदिन सुचारू रूप जल वितरण का कार्य करते हैं. इनके वेतन का भुगतना नियमित करना पड़ता है. वेतन बंद करने पर यह लोग काम बंद कर देंगे तो पेयजल आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो जाएगी. पैसा न मिलने पर ठेकेदार अब किसी तरह काम नहीं कर पाएंगे.

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