ऑल इंडिया आदिवासी कोऑर्डिनेशन कमेटी ने मनाया आदिवासी दिवस
जिला आदिवासी कोऑर्डिनेशन कमेटी ने निकाली रैली
आदिवासी समुदाय ने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ आजादी की लड़ाई में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था आसनसोल. विश्व आदिवासी दिवस पर ऑल इंडिया आदिवासी कोऑडिनेशन कमेटी आसनसोल दुर्गापुर की पहल पर शनिवार को आश्रम मोड़ से विशाल रैली निकाली गयी. जिसमें हजारों हजारों की संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग अपने हाथों में पारंपरिक अस्त्र तीर धनुष लेकर रैली में शामिल हुए. रैली आश्रम मोड़ से निकल कर जीटी रोड से राहा लेन, कॉरपोरेशन मोड़, गिरजा मोड़, बीएनआर होकर रवींद्र भवन पहुंची. रवीन्द्र भवन में ऑल इंडिया आदिवासी कोऑडिनेशन कमेटी की ओर से सभा का आयोजन किया गया था. जिसमें राज्य के श्रम विधि व न्याय मंत्री मलय घटक, उनके अनुज उपमेयर अभिजीत घटक, पश्चिम बर्दवान जिला परिषद उपाध्यक्ष विष्णु देव नोनिया, आसनसोल नगर निगम के चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, हाइकोर्ट के अधिवक्ता प्रदीप कुमार सोरेन, कोलकाता के साहित्यकार दुर्गादास सोरेन, मोतीलाल सोरेन हीरालाल सोरेन, राजवंशी बाउरी आदि मौजूद थे. आदिवासी कोआर्डिनेशन कमेटी के पदाधिकारियों ने अतिथियों का आदिवासी परंपरा के अनुसार स्वागत किया. इसके उपरांत मंत्री मलय घटक ने अपना वक्त पर रखा और कहा के आदिवासी समाज के बिना देश की कल्पना नहीं की जा सकती आदिवासी हर समाज और राष्ट्र के रीड की हड्डी होते हैं उन्होंने कहा कि अगर भारत का इतिहास उठाकर देखा जाए तो इस देश के आदिवासियों ने हमारे देश को आजादी दिलाने में अहम भूमिका निभायी थी अंग्रेजों के अत्याचारों के साम्राज्यवाद के खिलाफ आदिवासियों ने हमें समाज उठायी थी संघर्ष किया था और उन्होंने सिर्फ आदिवासी नहीं बल्कि पूरे देश के लोगों को प्रेरित किया था. वह भी अंग्रेजों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 में जब से ममता का नरेंद्र के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल में सरकार का गठन हुआ तब से ममता बनर्जी ने आदिवासियों के लिए बहुत कुछ किया है जो पहले कभी नहीं किया गया, क्योंकि ममता बनर्जी भी मानती है कि आदिवासियों के बिना इस राज्य का अस्तित्व सोचा भी नहीं जा सकता.
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