डिशेरगढ़ घाट पर स्नान के दौरान डूबे दो किशोरों के शव हुए बरामद
अंधेरा होने पर अभियान रोकना पड़ा. रविवार सुबह खोजबीन दोबारा शुरू हुई और दोपहर तक दोनों शव निकाल लिये गये.
तनवीर और रकीब का शव मिला, इलाके में शोक की लहर नितुरिया/बर्नपुर. कुल्टी थाना क्षेत्र अंतर्गत दामोदर और बराकर नदी के संगम स्थल डिशेरगढ़ घाट पर शनिवार को स्नान के दौरान लापता हुए दो किशोरों का शव रविवार को बरामद हुआ. बर्नपुर रहमतनगर के निवासी तनवीर आलम (15) का शव डिशेरगढ़ पुल के खंभे में फंसा मिला, जबकि आसनसोल बाबूतालाब के निवासी रकीब आलम (15) का शव नदी के दूसरे छोर पर बांकुड़ा जिले के सालतोड़ थाना क्षेत्र में बरामद किया गया.
बचाव अभियान और बरामदगी
घटना के बाद सिविल डिफेंस की टीम शनिवार से ही किशोरों की तलाश में जुटी थी. अंधेरा होने पर अभियान रोकना पड़ा. रविवार सुबह खोजबीन दोबारा शुरू हुई और दोपहर तक दोनों शव निकाल लिये गये. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा. इस हादसे से दोनों परिवारों में मातम छा गया है और इलाके में शोक की लहर है.
कैसे हुआ हादसा
शनिवार सुबह बर्नपुर मदरसे के कुछ बच्चे पीर बाबा के मजार पर घूमने आये थे. इसी दौरान तनवीर और रकीब नदी में नहाने उतर गये. स्थानीय दुकानदारों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने और तेज बहाव में फंसकर डूब गये. तुरंत पुलिस को सूचना दी गयी. स्थानीय गोताखोरों ने भी प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली.
अवैध बालू खनन पर आरोप
स्थानीय तृणमूल नेता मोहम्मद अमजद खान ने इस हादसे के लिए दामोदर नदी में अवैध बालू खनन को जिम्मेदार ठहराया. उनका कहना है कि अवैज्ञानिक खनन से नदी की गहराई में बड़ा बदलाव आया है. बाहरी लोग नदी की गहराई से अनजान रहते हैं और अचानक गहरे पानी में चले जाते हैं. उन्होंने प्रशासन से मांग की कि नदी में पानी की गहराई दर्शाने वाले निशान लगाये जायें, ताकि लोगों को पहले से सतर्क किया जा सके.
स्थानीय लोगों ने बताया कि डिशेरगढ़ घाट पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं. नदी की बदलती धारा और गहराई से अनजान होकर स्नान करने वाले अक्सर हादसे का शिकार हो जाते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
